आम आदमी पार्टी के खिलाफ विश्वास के बगावती सुर, केजरीवाल पर कटाक्ष

आम आदमी पार्टी द्वारा संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजने के फैसले की घोषणा के बाद कुमार विश्वास ने पार्टी के खिलाफ अपने बगावती सुर छेड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की इच्छा के बगैर पार्टी में कुछ नहीं होता है, आपसे असहमत रहकर दल में जीवित रहना काफी मुश्किल है।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 3 January 2018, 6:35 PM IST
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नई दिल्ली: तमाम उठापटक के बाद आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता राज्यसभा को राज्यसभा भेजने का फैसला ले लिया। इसके बाद से पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक कुमार विश्वास का धैर्य कुछ वक्त तक तो साथ लेकिन बाद में उनका दर्द सामने आया। विश्वास ने केजरीवाल पर एक के बाद एक कई कटाक्ष किये और उनके इस फैसले पर अफसोस जताया।

 

कुमार विश्‍वास की अनदेखी

आम आदमी पार्टी ने बुधवार को केजरीवाल के आवास पर हुई एक बैठक में अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के नामो का ऐलान किया। इस फैसले की सबसे बड़ी बात यह रही कि पार्टी के संस्‍थापक सदस्‍य कुमार विश्‍वास को अनदेखा कर उन्‍हें नामित ही नहीं किया गया। इसके बाद कुमार विश्‍वास ने मीडिया से बातचीत करते हुए खुलकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आवाज उठाई। इस तरह से देखा जाए तो आम आदमी पार्टी के भीतर जो उठापटक चल रही थी, वह अब सार्वजनिक रुप से बाहर आ गई।  

 

केजरीवाल पर सीधा हमला

फैसले के बाद कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सीधे हमला बोला। कुमार विश्वास ने कहा कि केजरीवाल के इस फैसले से नैतिक रूप से एक कवि, मित्र और आंदोलनकारी की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है। मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं। यही नहीं कुमार ने विभिन्न मुद्दों पर भी मीडिया के सामने अपनी खुलकर राय रखी। उन्होंने कहा कि मैं बहुत शुभकामाएं देता हूं, जिनको रामलीला मैदान के लिए चुना है। मैं अरविंद और पूरी पार्टी, जिन लोगों ने इन नामों को तय किया है, को बधाई देता हूं। देश के सर्वोच्च सदन में इनको नवनीत बनाकर भेजा है, जहां अटल और इंदिरा की आवाज गूंजी है। 

 

बताया युद्ध का नियम

कुमार ने राम और गौतम बुद्ध का भी हवाला दिया और कहा कि सभी अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने इस दौरान आम आदमी पार्टी पर खुलकर हमला बोला और कहा कि युद्ध का एक नियम होता है। शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती है। अरविंद केजरीवाल की इच्छा के बगैर आम आदमी पार्टी में कुछ नहीं होता है। आपसे असहमत रहकर दल में जीवित रहना काफी मुश्किल है। कुल मिलाकर देखा जाए तो अब केजरीवाल ओर विश्वास के मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। राजनैतिक पंडितों द्वारा संभावना जताई जा रही है कि कुमार विश्वास और केजरीवाल के बीच आने वाले दिनों में जुबानी जंग तेज हो सकती है।

 

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