Site icon Hindi Dynamite News

दो दशक बाद भारत में लौटा FIDE विश्व कप, PM मोदी ने खुशी जताते हुए कह दी ये बड़ी बात

दो दशक से अधिक समय बाद फिडे शतरंज विश्व कप 2025 की मेजबानी भारत के लिए गर्व की बात है। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 30 अक्टूबर से 27 नवंबर तक गोवा में आयोजित होगा, जिसमें 206 खिलाड़ी भाग लेंगे। इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बड़ी बात कही है।
Post Published By: Mrinal Pathak
Published:
दो दशक बाद भारत में लौटा FIDE विश्व कप, PM मोदी ने खुशी जताते हुए कह दी ये बड़ी बात

New Delhi: FIDE World Cup 2025 दो दशक बाद भारत में लौट रहा है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश के लिए गर्व की बात बताया है। यह प्रतिष्ठित शतरंज प्रतियोगिता अब युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि इस टूर्नामेंट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का जादू बिखेरेंगे और रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।

पीएम मोदी ने जताई खुशी

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत के लिए प्रतिष्ठित फिडे विश्व कप 2025 की मेजबानी करना खुशी की बात है और वह भी दो दशक से अधिक समय के बाद।’

इस दिन से शुरू होगा प्रतियोगिता

FIDE विश्व कप 30 अक्टूबर से 27 नवंबर 2025 तक गोवा में आयोजित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में न केवल 20 लाख डॉलर (लगभग ₹16.5 करोड़) की इनामी राशि दांव पर होगी, बल्कि अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए तीन स्थान भी तय किए जाएंगे। भारत के लिए यह एक सुनहरा अवसर है क्योंकि 23 साल बाद देश में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन होने जा रहा है। पिछली बार 2002 में हैदराबाद में इसका आयोजन हुआ था, जहां विश्वनाथन आनंद ने खिताब जीता था।

दिग्गजों में होगी टक्कर

इस बार कुल 206 खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे, जिनमें वर्तमान विश्व चैंपियन डी गुकेश, पूर्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन, अमेरिका के फैबियानो कारूआना और भारत के उभरते सितारे आर प्रज्ञानानंद शामिल हैं। हालांकि डी गुकेश कैंडिडेट्स क्वालिफिकेशन रेस का हिस्सा नहीं हैं, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि वह केवल पुरस्कार राशि और रेटिंग प्वाइंट्स के लिए खेलते हैं या नहीं।

नॉकआउट प्रारूप में होगा खेल

विश्व कप का आयोजन नॉकआउट प्रारूप में किया जाएगा, जिसमें आठ राउंड होंगे। प्रत्येक राउंड में दो क्लासिकल गेम खेले जाएंगे। यदि कोई मुकाबला ड्रॉ होता है तो विजेता का फैसला रैपिड और ब्लिट्ज़ टाईब्रेक से किया जाएगा। शीर्ष 50 वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों को पहले राउंड में बाई दी जाएगी, जिससे वे सीधे दूसरे राउंड से टूर्नामेंट की शुरुआत करेंगे।

भारत की प्रगति और वैश्विक पहचान

भारत ने पिछले कुछ वर्षों में शतरंज के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। भारत के कई युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा रहे हैं और इस टूर्नामेंट की मेजबानी से भारत की वैश्विक साख और भी मजबूत होगी। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा बल्कि देश को शतरंज के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

 

Exit mobile version