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Commonwealth Championship: चोट, संघर्ष और फिर गोल्ड…मीराबाई चानू ने वापसी करते ही रचा इतिहास

भारतीय स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम भारवर्ग में कुल 193 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। चोट से उबरने के बाद यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी। स्नैच में सिर्फ एक प्रयास सफल रहा, लेकिन क्लीन एंड जर्क में मजबूत प्रदर्शन करते हुए उन्होंने वापसी की।
Post Published By: Mrinal Pathak
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Commonwealth Championship: चोट, संघर्ष और फिर गोल्ड…मीराबाई चानू ने वापसी करते ही रचा इतिहास

Ahmedabad: भारतीय महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 48 किलोग्राम भारवर्ग में भाग लेते हुए उन्होंने कुल 193 किलोग्राम भार उठाया। इसमें 84 किलोग्राम स्नैच और 109 किलोग्राम क्लीन एंड जर्क शामिल था। यह टूर्नामेंट चानू के लिए खास रहा क्योंकि वह पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उतरी थीं।

लंबी चोट के बाद की वापसी

चानू लगभग एक साल तक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से दूर रही थीं, क्योंकि वह चोट से जूझ रही थीं। इस कारण से उनकी तैयारी भी सीमित रही, जिसका असर उनके प्रदर्शन में झलकता है। हालांकि उन्होंने स्वर्ण पदक जीता, लेकिन अभी वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी दूर हैं।

स्नैच में मुश्किलें, सिर्फ एक प्रयास सफल

चानू की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। स्नैच में तीन में से सिर्फ एक ही प्रयास सफल रहा। पहले प्रयास में वह 84 किलोग्राम का वजन उठाने में विफल रहीं और उनके दाहिने घुटने में तकलीफ भी दिखी। दूसरे प्रयास में उन्होंने वही वजन सफलतापूर्वक उठाया, लेकिन तीसरे प्रयास में 89 किलोग्राम का भार उठाने में असफल रहीं।

क्लीन एंड जर्क में दिखी मजबूती

स्नैच के बाद क्लीन एंड जर्क में चानू का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा। उन्होंने पहले प्रयास में 105 किलोग्राम और दूसरे प्रयास में 109 किलोग्राम भार आसानी से उठाया। हालांकि, तीसरे प्रयास में 113 किलोग्राम उठाने की कोशिश में चूक गईं। इस तरह कुल 193 किलोग्राम वजन उठाकर उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया।

प्रतिद्वंदियों पर भारी रहीं चानू

मलेशिया की आइरीन हेनरी ने 161 किलोग्राम (73+88) भार उठाकर रजत पदक जीता, जबकि वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स ने 150 किलोग्राम (70+80) भार उठाकर कांस्य पदक हासिल किया। चानू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 32 किलोग्राम अधिक भार उठाया।

नए वजन वर्ग में चुनौती

चानू अब 49 किलोग्राम की जगह 48 किलोग्राम भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, क्योंकि ओलंपिक से 49 किलोग्राम वर्ग हटा दिया गया है। इस बदलाव ने उन्हें नई रणनीति और तैयारी की दिशा में काम करने के लिए मजबूर किया है।

व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ से अभी पीछे

हालांकि चानू ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता, फिर भी उनका प्रदर्शन उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (207 किग्रा) से 14 किलोग्राम पीछे रहा। पेरिस ओलंपिक में उन्होंने 199 किग्रा और टोक्यो ओलंपिक में 202 किग्रा वजन उठाया था।

 

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