New Delhi: कनाडा की स्टार टेनिस खिलाड़ी लेयला फर्नांडीज ने रविवार, 27 जुलाई को वाशिंगटन में खेले जा रहे डब्ल्यूटीए टूर के डीसी ओपन में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने रूस की अन्ना कालिंस्काया को सीधे सेटों में हराकर दो साल बाद पहला खिताब और करियर की पहली WTA 500 जीत हासिल की।
सिर्फ 58 मिनट में जीता मुकाबला
फर्नांडीज ने फाइनल में जोरदार खेल दिखाया और महज एक घंटे से भी कम समय में 6-1, 6-2 से जीत दर्ज की। उनके शानदार खेल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कालिंस्काया को सेट में टिकने का ज्यादा मौका ही नहीं दिया।
The moment Leylah Fernandez won her 4th career WTA singles title 🤩#MubadalaCitiDCOpen pic.twitter.com/o8IDWkoGOg
— wta (@WTA) July 27, 2025
सप्ताह भर का यादगार प्रदर्शन
इस खिताबी जीत के साथ फर्नांडीज ने एक यादगार सप्ताह का अंत किया। टूर्नामेंट में उन्होंने शीर्ष वरीयता प्राप्त जेसिका पेगुला और पूर्व विंबलडन चैंपियन एलेना रयबाकिना जैसी दिग्गज खिलाड़ियों को मात दी। 2021 यूएस ओपन की फाइनलिस्ट फर्नांडीज के लिए यह आत्मविश्वास से भरा सप्ताह साबित हुआ।
मानसिक रूप से हुईं मजबूत
मैच के बाद फर्नांडीज ने कहा, “टूर्नामेंट की शुरुआत में काफी संदेह था, लेकिन जैसे-जैसे मैच खेलती गई, मेरा आत्मविश्वास बढ़ता गया।” उन्होंने आगे बताया कि उन्हें पूरे हफ्ते कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा जैसे ऐंठन, गर्मी, उमस और लंबे मैच, लेकिन इससे वह मानसिक रूप से और मजबूत हुई हैं।
फाइनल में दिखाया क्लास
मैच के पहले सेट में फर्नांडीज ने कालिंस्काया की सर्विस पर दबाव बनाया और सिर्फ 30 मिनट में पहला सेट 6-1 से अपने नाम कर लिया। उन्होंने 15-40 की स्थिति में ब्रेक पॉइंट लेकर 3-1 की बढ़त ली और फिर लगातार गेम जीतते हुए सेट खत्म कर दिया।
दूसरे सेट में भी कहानी कुछ अलग नहीं रही। उन्होंने शुरुआती ब्रेक लेकर 2-1 की बढ़त बनाई और फिर 4-1 तक पहुंच गईं। अंत में उन्होंने दो मैच पॉइंट्स में से दूसरा पॉइंट जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
अब नजरें कैनेडियन ओपन पर
इस जीत के बाद फर्नांडीज अब मॉन्ट्रियल में होने वाले डब्ल्यूटीए 1000 कैनेडियन ओपन की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मॉन्ट्रियल में चुनौती बिल्कुल नई होगी। यह एक बड़ा टूर्नामेंट है और इसकी शुरुआत फिर से शून्य से करनी होगी।”
दो साल बाद जीता खिताब
लेयला फर्नांडीज की डीसी ओपन में जीत ने दिखा दिया कि वह अब भी बड़े मंचों पर खुद को साबित करने की काबिलियत रखती हैं। लगातार दो साल बिना खिताब के रहने के बाद यह जीत उनके करियर में नई ऊर्जा भरने का काम करेगी। टॉप रैंक खिलाड़ियों को हराकर उन्होंने न केवल अपनी वापसी का ऐलान किया, बल्कि आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए भी एक मजबूत संदेश दिया है।

