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बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में विवाद तब गहराया जब अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ जहांआरा आलम ने कप्तान निगार सुल्ताना जोटी पर गंभीर आरोप लगाए। जहांआरा का दावा है कि निगार जूनियर खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करती हैं, जिससे टीम में डर का माहौल बना हुआ है।
निगार सुल्ताना (Img: Internet)
New Delhi: बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में इस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। टीम की वरिष्ठ तेज़ गेंदबाज़ जहांआरा आलम ने कप्तान निगार सुल्ताना जोटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि कप्तान टीम के जूनियर खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करती हैं, जिसके कारण कई खिलाड़ी अब बांग्लादेश टीम का हिस्सा बनने से डरते हैं। जहांआरा फिलहाल टीम से बाहर हैं और उन्होंने आखिरी मैच दिसंबर 2024 में खेला था।
बांग्लादेशी अखबार कलेर कंथो से बातचीत में जहांआरा आलम ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने आरोप लगाया कि कप्तान निगार सुल्ताना का व्यवहार टीम के साथियों के प्रति बेहद कठोर और अपमानजनक है। जहांआरा ने कहा, “यह कोई नई बात नहीं है। जोटी (निगार सुल्ताना) अक्सर जूनियर खिलाड़ियों के साथ मारपीट करती हैं। हाल ही के विश्व कप के दौरान भी, कुछ खिलाड़ियों ने मुझसे कहा था कि उन्हें थप्पड़ मारे गए थे।”
Bangladesh captain Nigar Sultana ‘beats up juniors a lot’: Veteran pacer raises serious allegations, BCB refutes claims#CricketTwitter pic.twitter.com/weUdLW9cKs
— Rinku Yadav (@yadavrinku2025) November 5, 2025
उन्होंने यह भी बताया कि दुबई दौरे के दौरान निगार ने एक जूनियर खिलाड़ी को कमरे में बुलाकर थप्पड़ मारा। जहांआरा ने कहा कि टीम के लगभग हर सदस्य को किसी न किसी स्तर पर मानसिक या शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने निगार के व्यवहार की तुलना “हिटलर जैसे रवैये” से की।
जहांआरा ने कहा कि बांग्लादेश महिला टीम के भीतर एक डर का माहौल बना हुआ है। कई खिलाड़ी निगार के गुस्से के कारण खुलकर बात नहीं करते। उन्होंने कहा, “मैं अकेली नहीं हूं जो इससे प्रभावित हुई हूं। हर खिलाड़ी के अपने अनुभव हैं, लेकिन ज्यादातर डर के कारण कुछ कह नहीं पाते।”
जहांआरा के अनुसार, यह स्थिति नई नहीं है, टीम में अनुशासन के नाम पर कई बार व्यक्तिगत अपमान और दुर्व्यवहार किया गया है।
जहांआरा आलम ने यह भी दावा किया कि 2021 से ही उन्हें और कुछ अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों को टीम से निकालने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रबंधन में पक्षपात का माहौल है और कुछ खिलाड़ियों को विशेष सुविधा दी जाती है।
उन्होंने कहा, “एक या दो खिलाड़ियों को ही अच्छा मैनेजमेंट और मौके मिलते हैं। 2021 की शुरुआत में ही हमें हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।”
जहांआरा के मुताबिक, 2021 में बांग्लादेश खेलों के दौरान उन्हें तीन टीमों में से एक का कप्तान बनाया गया था, जबकि निगार सुल्ताना और शर्मीन सुल्ताना को अन्य दो टीमों का नेतृत्व सौंपा गया। इससे वरिष्ठ खिलाड़ियों पर अनावश्यक दबाव बनाया गया और धीरे-धीरे उन्हें हाशिए पर धकेला गया।
वहीं, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने इन आरोपों को खारिज किया है। बोर्ड का कहना है कि टीम में किसी भी तरह की दुर्व्यवहार की घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और मामले की जांच की जा रही है। यह विवाद बांग्लादेश महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर तब जब टीम आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की तैयारी में जुटी है।