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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 2025 के महिला विश्व कप की जीत के बाद अपनी बांह पर विश्व कप ट्रॉफी का टैटू बनवाकर इस ऐतिहासिक पल को हमेशा के लिए यादगार बना लिया। यह भारत की पहली महिला विश्व कप जीत को अमर करने का एक अनोखा तरीका है।
हरमनप्रीत कौर (Img: Internet)
New Delhi: भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपने करियर का एक ऐसा मुकाम हासिल किया है, जिसका सपना हर क्रिकेटर देखता है। 2025 में उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने महिला विश्व कप जीता और इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए हरमनप्रीत ने अपनी बांह पर विश्व कप ट्रॉफी का टैटू बनवाया। इस टैटू की तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा की, जिसमें उनकी खुशी साफ झलक रही है।
हरमनप्रीत कौर ने विश्व कप जीतने के सिर्फ तीन दिन बाद ही अपनी बांह पर यह खास टैटू बनवाया। टैटू की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "यह हमेशा के लिए मेरी त्वचा और मेरे दिल में बस गई है। मैंने पहले दिन से ही तुम्हारा इंतज़ार किया है, और अब मैं तुम्हें हर सुबह देख सकती हूँ। यह बहुत अच्छा लगता है।"
यह टैटू सिर्फ एक डिजाइन नहीं है, बल्कि हरमनप्रीत के जीवन और क्रिकेट करियर में इस ऐतिहासिक उपलब्धि का प्रतीक है। इससे यह स्पष्ट होता है कि विश्व कप जीत उनके लिए सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि पूरी मेहनत और समर्पण का फल है।
इस विश्व कप की जीत का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की जीत के दौरान हरमनप्रीत की आंखों में खुशी के आंसू थे। फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर टीम इंडिया ने ट्रॉफी अपने नाम की। यह भारत की पहली महिला विश्व कप जीत थी। जीत का जश्न टीम के लिए और भी खास था क्योंकि उन्होंने लंबे समय से इस मुकाम के लिए तैयारी की थी।
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हरमनप्रीत कौर ने इस विश्व कप से पहले चार बार विश्व कप खेला था। उन्होंने कहा, "हम हर बार सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंचते थे, लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत पाते थे। लेकिन इस बार, टीम इंडिया ने 50 ओवरों के विश्व कप की ट्रॉफी जीत ली।"
इस अनुभव और मेहनत का प्रतीक अब उनकी बांह पर टैटू के रूप में अमर हो गया है। यह टैटू न केवल उनकी जीत का प्रतीक है, बल्कि उनके क्रिकेट करियर की लगन और जुनून को भी दर्शाता है।
हरमनप्रीत कौर की यह पहल दर्शाती है कि सपनों को हकीकत में बदलने का जज़्बा और टीम के साथियों के सहयोग से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। उनका यह टैटू आज टीम इंडिया की प्रेरणा और नए खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुका है।
इस तरह, हरमनप्रीत कौर ने न केवल टीम इंडिया को गौरव दिलाया, बल्कि अपनी जीत को हमेशा के लिए त्वचा पर अमर कर दिया। यह टैटू उनके करियर की उपलब्धियों की याद दिलाता रहेगा और हर क्रिकेट प्रेमी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाएगा।