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रोहित शर्मा और विराट कोहली के खेल की हर तरफ तारीफ हो रही है। दुश्मन देश पाकिस्तान से भी दोनों खिलाड़ियों को काफी प्यार मिलता रहा है। इसी बीच पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी ने दोनों प्लेयर्स की तारीफ की है, जबकि गंभीर की आलोचना की है।
गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और विराट कोहली (Img: internet)
Islamabad: भारत के मौजूदा मुख्य कोच गौतम गंभीर और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के बीच लंबे समय से चली आ रही राइवलरी एक बार फिर सुर्खियों में है। ताज़ा बयानबाज़ी में अफरीदी ने विराट कोहली और रोहित शर्मा का उदाहरण देते हुए गंभीर की आलोचना की। अफरीदी ने कहा कि गंभीर का कोचिंग स्टाइल यह दिखाता है कि “आप हमेशा सही नहीं होते।”
शाहिद अफरीदी ने माना कि विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय बैटिंग की रीढ़ हैं। उनके अनुसार, टीम इंडिया को इन दोनों दिग्गजों को 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक खेलने देना चाहिए। अफरीदी ने कहा, “विराट और रोहित भारतीय बल्लेबाज़ी की मूल ताकत हैं। हालिया वनडे सीरीज़ में जिस तरह उन्होंने खेला है, उससे साफ है कि वे बिना किसी दिक्कत के 2027 वर्ल्ड कप तक खेल सकते हैं।”
रोहित शर्मा और विराट कोहली (Img: Internet)
अफरीदी ने गंभीर पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि भारत के कोच बनने के बाद गंभीर ने ऐसा व्यवहार किया मानो वही हमेशा सही हों। उन्होंने कहा, “गौतम ने जब अपना कार्यकाल शुरू किया, ऐसा लगा कि उन्हें लगता है उनकी हर बात सही है। लेकिन समय के साथ यह साबित होता गया कि कोई भी हमेशा सही नहीं हो सकता।” अफरीदी का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस भी इसे गंभीर-अफरीदी राइवलरी का नया अध्याय मान रहे हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज़ में रोहित शर्मा ने शाहिद अफरीदी का वनडे में सबसे ज़्यादा छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अफरीदी ने अपने करियर में 351 छक्के लगाए थे, जबकि रोहित अब 355 छक्कों के साथ उनसे आगे निकल चुके हैं।
अफरीदी ने खुलकर कहा कि उन्हें रोहित शर्मा द्वारा रिकॉर्ड तोड़े जाने पर कोई दुख नहीं, बल्कि गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, “रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। और मुझे खुशी है कि इसे उस खिलाड़ी ने तोड़ा, जिसे मैं हमेशा पसंद करता रहा हूं।” इस बयान के बाद रोहित के फैंस ने सोशल मीडिया पर अफरीदी की जमकर तारीफ की।
अफरीदी ने आगे कहा कि उनका 37 गेंदों वाला सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड लगभग 18 साल तक कायम रहा था। उन्होंने कहा, “क्रिकेट का असली मज़ा ही यही है एक खिलाड़ी रिकॉर्ड बनाता है, और कोई दूसरा आकर उसे तोड़ देता है। खेल इसी के बारे में है।”
अफरीदी और गंभीर की पुरानी तकरार जगज़ाहिर है, लेकिन इस बार अफरीदी ने गंभीर पर हमला किया तो वहीं रोहित को दिल से तारीफ भी दी। इससे साफ है कि बयानबाज़ी अब सिर्फ राइवलरी नहीं, बल्कि सम्मान और आलोचना का मिश्रण बन चुकी है।