New Delhi: ओलंपियन अनंतजीत सिंह नरुका ने कजाकिस्तान के श्यामकेंट में आयोजित 16वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया। फाइनल में उन्होंने कुवैत के पूर्व एशियाई चैंपियन मंसूर अल रशीदी को बेहद करीबी मुकाबले में 57-56 से हराया। नरुका ने इस टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन किया और दो दिवसीय क्वालीफिकेशन में 119 अंक बनाकर तीसरे स्थान पर रहे।
फाइनल में नरुका ने 60 शॉट में से 64 निशाने लगाए, जिसमें उन्होंने शुरुआती 30 शॉट में 29 और अगले 36 में 35 निशाने लगाकर बढ़त बनाई। अंतिम 10 शॉट में कड़ी टक्कर के बावजूद, नरुका ने जीत सुनिश्चित की। पिछले साल कुवैत सिटी में नरुका ने इसी स्पर्धा में रजत पदक जीता था, जिससे उनकी प्रगति साफ दिखी।
India’s🇮🇳 Anantjeet Singh Naruka wins Gold🥇in Men’s Skeet event at #AsianShootingChampionships in Kazakhstan. pic.twitter.com/ESV9M07i3h
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 20, 2025
इन्होंने जीता मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य
10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भारतीय जोड़ी सौरभ चौधरी और सुरुचि इंदर सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। इस जोड़ी ने चीनी ताइपे की टीम को 17-9 से हराया। क्वालीफिकेशन राउंड में दोनों ने कुल 578 अंक बनाए और पांचवां स्थान हासिल किया।
सुरुचि ने पहली सीरीज में परफेक्ट 100 अंक बनाए, जबकि दूसरे और तीसरे सीरीज में 94 और 98 अंक बनाकर वापसी की। सौरभ ने तीनों सीरीज में क्रमशः 95, 96 और 95 अंक बनाए। उनके संयोजन ने टीम को पदक राउंड में जगह दिलाई और अंत में कांस्य पदक हासिल किया।
महिला स्कीट टीम ने भी जीता कांस्य पदक
महिला स्कीट टीम ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। टीम में माहेश्वरी चौहान ने 113, गनेमत सेखों ने 109 और रायजा ढिल्लों ने 107 अंक बनाए। कुल 329 अंकों के साथ भारत ने तीसरा स्थान हासिल किया। चीन ने इस स्पर्धा में स्वर्ण और कजाकिस्तान ने रजत पदक जीता। यह कांस्य पदक भारत के लिए निशानेबाजी क्षेत्र में एक और सफलता साबित हुआ।
जानें भारत के पास अब तक कितने पदक
तीसरे दिन के अंत तक भारत ने कुल 19 पदक जीतकर पदक तालिका में शीर्ष स्थान बनाए रखा। इसमें 9 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल हैं। इस दौरान जूनियर और युवा वर्ग में 10 मीटर एयर पिस्टल में मिश्रित टीम ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि सीनियर वर्ग में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक भारत के खाते में आए। भारत की इस शानदार प्रदर्शन ने निशानेबाजी में देश की बढ़ती ताकत का प्रमाण दिया है और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए उम्मीदें बढ़ाई हैं।