

कोयंबटूर जिले के पवित्र पेरूर अधीनम में सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह का आयोजन भव्य रूप से किया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
RSS और आदिगलर के 100 साल पूरे होने पर भव्य समारोह
कोयंबटूर: कोयंबटूर जिले के पवित्र पेरूर अधीनम में सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी समारोह और शैव संत सीरवलसरसीर शांतलिंग रामासामी आदिगलर के 100वें जन्म शताब्दी उत्सव का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6.30 बजे शिवयज्ञ और मंत्रोच्चार के साथ हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, यह आयोजन तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के पेरूर स्थित प्राचीन तमिल कॉलेज सभागार और पवित्र नोयल नदी तट पर स्थित अधीनम परिसर में हुआ।
RSS और आदिगलर के 100 साल पूरे होने पर ऐतिहासिक समारोह
कार्यक्रम सोमवार 23 जून 2025 को सुबह 6.30 बजे से शुरू होकर दिनभर चला। सुबह 9 बजे वैदिक प्रार्थना और शताब्दी समारोह की विधिवत शुरुआत हुई।
मुख्य अतिथि रहे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत। उनके साथ परम पावन मरुधाचलम आदिघलर (पेरूर अधीनम), कुमार गुरु पारा आदिघलर (सिरुवई अधीनम), भाजपा नेता वनती श्रीनिवासन, एसपी वेलुमणि, नैनार नागेंद्रन और पूर्व अध्यक्ष अन्नामलाई सहित 1500 से अधिक आध्यात्मिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
1500 से अधिक आध्यात्मिक प्रतिनिधि रहे मौजूद
यह आयोजन दो ऐतिहासिक अवसरों को मनाने के लिए किया गया— आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष और संत शांतलिंग रामासामी आदिगलर की जन्मशताब्दी। साथ ही, शिवयज्ञ और वैदिक प्रार्थनाओं के माध्यम से विश्व शांति और 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' की भावना को जागृत करने का उद्देश्य था। समारोह की शुरुआत शिवयज्ञ से हुई जिसमें पवित्र संतों और भक्तों ने भाग लिया। कार्यक्रम में ऑडियो-विजुअल माध्यम से मोहन भागवत और अधीनम के योगदान पर डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। अंत में मोहन भागवत को चांदी का वेल भेंट कर सम्मानित किया गया। आरएसएस प्रमुख ने अपने भाषण में कहा कि हिंदू धर्म एक जीवनशैली है, जो आंतरिक सुख और विश्व शांति का मार्ग दिखाता है। उन्होंने दक्षिण भारत में अधीनम की सामाजिक सेवाओं की सराहना की।
No related posts found.