New Delhi: उत्तर भारत में मौसम का मिजाज एकदम बदल गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में चल रही सर्द हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया है। नवंबर की शुरुआत में ही तापमान तेजी से नीचे लुढ़कने लगा है। दिन में हल्की धूप जरूर निकल रही है, लेकिन सुबह और रात के समय ठिठुरन इतनी बढ़ गई है कि लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। मौसम विभाग और निजी एजेंसियों के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने वाली है और सप्ताह के अंत तक बारिश का एक दौर भी कंपकंपी छुड़ाने आ सकता है।
दिल्ली में सीजन की सबसे ठंडी सुबह
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्दी ने आधिकारिक तौर पर दस्तक दे दी है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, गुरुवार सुबह सफदरजंग बेस स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। बीते 24 घंटों में इसमें करीब 6 डिग्री की गिरावट देखी गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों में तापमान और नीचे जाएगा और दिल्ली का पारा एक अंक तक पहुंच सकता है।
इस बार सर्दी ने सामान्य से पहले दस्तक दी है। पिछले साल नवंबर के मध्य तक तापमान 15 डिग्री के आसपास बना रहा था, लेकिन इस बार शुरुआत में ही पारा नीचे लुढ़क गया है। सुबह और देर शाम के समय हवा में ठंडक बढ़ने से लोग रजाई-कंबल निकालने लगे हैं।
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नवंबर में रिकॉर्ड ठंड के आसार
दिल्ली में नवंबर महीने में न्यूनतम तापमान का एक अंक तक गिरना आम बात है। साल 2020 में 23 नवंबर को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे कम रिकॉर्ड है। इस साल भी इसी तरह की ठंड पड़ने के संकेत मिल रहे हैं। अगर आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ तो बारिश के साथ पारा और नीचे जा सकता है।
उत्तरी भारत में तापमान तेजी से गिरा
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इन राज्यों के कई शहरों में न्यूनतम तापमान 11 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है। हिमालयी राज्यों में हुई ताजा बर्फबारी से मैदानों की हवा और ठंडी हो गई है। उत्तर राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में सर्द हवाएं इतनी तेज चल रही हैं कि सुबह-सुबह लोगों को कंपकंपी महसूस हो रही है।
कहां हुई बारिश और बर्फबारी
पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई है। वहीं, निचले इलाकों में बारिश के चलते तापमान में और गिरावट आई है। दक्षिण भारत में आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों और रायलसीमा क्षेत्र में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई। तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और अंडमान-निकोबार में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। इन इलाकों में मानसूनी हवाओं के असर से नमी बढ़ी है, जबकि उत्तर भारत में इसका उल्टा असर ठंड बढ़ाने के रूप में दिख रहा है।
अगले 24 घंटों का मौसम अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले 24 घंटों में अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और उत्तर तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। वहीं, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ इलाकों में भी बूंदाबांदी के आसार हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत में फिलहाल कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं है, लेकिन ठंडी और शुष्क हवाएं पाकिस्तान और अफगानिस्तान की ओर से लगातार आ रही हैं। इनके चलते तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की और गिरावट संभव है।
बारिश के साथ बढ़ेगी ठिठुरन
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले सप्ताह के अंत तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे पहाड़ों पर दोबारा बर्फबारी और मैदानों में हल्की बारिश होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो ठंड और तेजी से बढ़ेगी। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में बारिश के बाद हवा की नमी बढ़ेगी, जिससे कंपकंपी और ज्यादा महसूस होगी।
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सर्दी का असली एहसास शुरू
नवंबर के मध्य तक दिल्ली और उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में लंबा शुष्क और ठंडी हवाओं वाला दौर रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह इस साल की पहली ठंड है जो अब लगातार बढ़ती जाएगी। इस समय दिन में हल्की धूप जरूर मिल रही है, लेकिन सुबह-शाम सर्द हवाओं के थपेड़ों ने लोगों को सर्दियों के असली एहसास से रूबरू करा दिया है।
साफ है कि अब ठंड का मौसम पूरी तरह लौट आया है। तापमान लगातार नीचे जा रहा है और आने वाले दिनों में बारिश की संभावना के साथ ठिठुरन और बढ़ेगी। दिल्ली से लेकर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम उत्तर प्रदेश तक सर्दी की शुरुआत हो चुकी है- और अब कंपकंपी छुड़ाने वाली बारिश बस दस्तक देने ही वाली है।

