New Delhi: देश में 17वें उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार, 9 सितंबर 2025 को चुनाव होने जा रहा है। इस बार मुकाबला रोचक और कड़ा माना जा रहा है, क्योंकि दोनों प्रमुख गठबंधनों ने दक्षिण भारत से उम्मीदवार उतारे हैं। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि इंडिया गठबंधन ने बी सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।
सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक अनुभव काफी समृद्ध है। वे महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं और इसके साथ ही झारखंड व तेलंगाना में भी अहम प्रशासनिक जिम्मेदारी निभा चुके हैं। दक्षिण भारत में भाजपा को मजबूत करने में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के रूप में पार्टी को नेतृत्व दिया और दो बार कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव जीता। राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने 16 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर की थी। इसके बाद वे भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी में भी शामिल हुए।
बी सुदर्शन रेड्डी का न्यायिक अनुभव
वहीं इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी न्यायिक क्षेत्र से आते हैं। वे तेलंगाना से हैं और आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट, गुवाहाटी हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट में जज रह चुके हैं। उन्हें 2007 में सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। इसके अलावा वे गोवा के पहले लोकायुक्त भी बने थे, लेकिन कुछ ही महीनों में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनका कानूनी अनुभव चुनाव में उनके पक्ष में अहम भूमिका निभा सकता है।
सांसदों का समर्थन और आंकड़े
इस समय राज्यसभा में 238 और लोकसभा में 542 सांसद हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 391 सांसदों का समर्थन जरूरी है। एनडीए के पास कुल 425 सांसदों का समर्थन है, जबकि इंडिया गठबंधन को कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है। इस चुनाव में दोनों पक्ष पूरी ताकत से जुटे हैं।

