आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बीजेपी सरकार को कई मुद्दों पर जमकर घेरा। उन्होंने आखिरी पांत पर मज़बूती से खड़े होकर व्यवस्था संभालने वाले खड़े लोगों की आवाज बुलंद की।

New Delhi: संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने लोकसभा में कई मुद्दों को जोरशोर से उठाया। संसद में उन्होंने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने आखिरी पांत पर मज़बूती से खड़े होकर व्यवस्था संभालने वाले खड़े लोगों की आवाज बुलंद की।
सपा सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार जो 5 ट्रिलीयन इकॉनोमी की बात करती है, वो शिक्षा मित्रों, रोजगार सेवकों, आशा बहुओं, आंगनवाड़ी कर्मियों, अनुदेशकों और सभी संविदाकर्मियों को स्थायी नियुक्ति क्यों नहीं देती है। उन्होंने कहा कि आख़िरी पायदान पर मज़बूती से खड़े होकर व्यवस्था संभालने वाले लोग परेशान हैं। सरकार उनकी सुध लेने की बजाय उनका जीवन और मुश्किल में डाल रही है।
लोकसभा में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 18 लाख से ज्यादा और देश के कई करोड़ संविदाकर्मी नौकरी की असुरक्षा, वेतन की कमी और अन्य लाभ न मिलने के कारण बहुत परेशान और उपेक्षित हैं। सरकार से सपा की मांग है कि उनको पक्की नौकरी दी जाए।
लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा मित्रों, रोजगार सेवकों, आशा बहुओं, आंगनवाड़ी कर्मियों, अनुदेशकों और अन्य संविदाकर्मियों का नियुक्तिकर्ताओं और ठेकेदारों द्वारा जबरदस्त शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक उनके साथ सदैव खड़े रहेंगे। जब तक हमारे इन सभी कर्मियों को न्याय नहीं मिलता, हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।
आजमगढ़ सांसद ने कहा कि इन सभी सम्मानित कर्मियों को न सिर्फ़ स्थायी नियुक्ति मिले, बल्कि स्वास्थ्य सुरक्षा, बीमा, पेंशन और शोषण-मुक्त कार्य व्यवस्था की पूरी गारंटी भी मिले जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो जाए। वे मजबूती से अपना काम कर सके।