वंदे मातरम् पर संसद में बहस के दौरान राहुल गांधी ने चार शब्दों में जवाब दिया “प्रियंका का भाषण सुनो।” पीएम मोदी के कांग्रेस पर आरोपों के बीच प्रियंका गांधी के जवाब का देश को अब इंतजार है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ‘वंदे मातरम्’ पर विशेष चर्चा की शुरुआत की।

राहुल गांधी-प्रियंका गांधी(Img Source: Google)
New Delhi: संसद में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 साल पूरे होने पर चल रही ऐतिहासिक बहस के बीच सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेहद संक्षिप्त लेकिन सटीक प्रतिक्रिया दी। जब उनसे इस मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ चार शब्दों में जवाब दिया “प्रियंका का भाषण सुनो।” राहुल का यह बयान राजनीतिक गलियारों में तुरंत चर्चा का विषय बन गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ‘वंदे मातरम्’ पर विशेष चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने इस गीत को आज़ादी की लड़ाई का प्रेरणास्रोत बताया और इसके ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 1937 में फैजाबाद में हुई कांग्रेस बैठक में ‘वंदे मातरम्’ के कुछ महत्वपूर्ण अंतरों को हटाया गया, जिससे देश के विभाजन के बीज बोए गए।
प्रधानमंत्री के इस आरोप पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है। पार्टी का कहना है कि 1937 में लिया गया फैसला नोबेल विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर की सलाह पर आधारित था। कांग्रेस ने दावा किया कि यह फैसला सभी समुदायों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए किया गया था।
कांग्रेस ने बीजेपी से इस मुद्दे पर माफी की मांग की है और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ दल ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) और रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान किया है।
यह बहस ऐसे समय शुरू हुई है जब शीतकालीन सत्र से ठीक पहले राज्यसभा सचिवालय ने सांसदों को सदन के अंदर ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय हिंद’ जैसे नारों के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी थी। विपक्ष ने इसे देश की आज़ादी के प्रतीकों के अपमान के तौर पर देखा और आरोप लगाया कि बीजेपी नीत एनडीए को ये राष्ट्रीय प्रतीक असहज करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ सिर्फ राजनीतिक स्वतंत्रता का नारा नहीं था, बल्कि यह मातृभूमि को उपनिवेशवाद से मुक्त कराने का आह्वान था। उन्होंने याद दिलाया कि 1905 में जब अंग्रेजों ने बंगाल का विभाजन किया था, तब ‘वंदे मातरम्’ ने देश को एकजुट रखा।
उन्होंने कहा, “जब ‘वंदे मातरम्’ के 100 साल पूरे हुए थे, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय संविधान का गला घोंटा गया और देशभक्तों को जेल में डाल दिया गया। अब 150 साल के मौके पर हमें इसकी गौरवशाली विरासत को फिर से स्थापित करने का अवसर मिला है।”
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लोकसभा में इस बहस के लिए कुल 10 घंटे का समय तय किया गया है, जिसमें से तीन घंटे NDA सांसदों को दिए गए हैं। कांग्रेस की ओर से डिप्टी लीडर ऑफ अपोजीशन गौरव गोगोई इस बहस में अपनी पार्टी का पक्ष रख रहे हैं।
इसी बीच राहुल गांधी का “प्रियंका का भाषण सुनो” वाला जवाब साफ संकेत देता है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस का मुख्य जवाब आज लोकसभा में प्रियंका गांधी के भाषण के जरिए सामने आएगा।