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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा हुआ था। इस सफलता से कई प्रमुख आतंकी आरोपी गिरफ्तार किए गए और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
प्रतीकात्मक छवि
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा हुआ था। इस सफलता से कई प्रमुख आतंकी आरोपी गिरफ्तार किए गए और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा हुआ था। इस सफलता से कई प्रमुख आतंकी आरोपी गिरफ्तार किए गए और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई।
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पुलिस अभी तक इस ग्रुप के तीसरे डॉक्टर को पकड़ नहीं पाई है। एजीएच अल-कायदा से जुड़ा है, जिसकी स्थापना वर्ष 2017 में हुई थी। उस समय इस ग्रुप का नेतृत्व कमांडर जाकिर मूसा कर रहा था।
अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई 19 अक्टूबर को श्रीनगर के बनपोरा नौगाम में विभिन्न स्थानों पर पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद की गई है। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम सहित कई धाराओं के तहत एफआईआर संख्या 162/2025 दर्ज की गई और एक उच्च-स्तरीय जांच शुरू की गई।
पुलिस के अनुसार, 19 अक्तूबर 2025 को श्रीनगर के बुनपोरा, नौगाम में कई जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकाया गया था। इसके बाद एफआईआर संख्या 162/2025 दर्ज की गई और जांच शुरू हुई। जांच में यह सामने आया कि यह नेटवर्क शिक्षित और पेशेवर युवाओं से जुड़ा था और विदेशी संपर्कों के माध्यम से संचालित हो रहा था।
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जांच में पता चला कि यह समूह एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए भर्ती, समन्वय, धन-संग्रह और लॉजिस्टिक्स का काम करता था। धनराशि पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क के माध्यम से, सामाजिक या धर्मार्थ कारणों का बहाना बनाकर जुटाई जा रही थी। आरोपी आतंकवाद के लिए लोगों की पहचान, उन्हें कट्टर बनाने और हथियार/आइईडी बनाने के लिए सामग्री जुटाने में जुड़ा हुआ पाए गया है।
गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी: