पंजाब पुलिस के पूर्व आईजी अमर सिंह चहल के खुद को गोली मारने की बड़ी खबर सामने आयी है। गोली मारने की खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पंजाब के पूर्व IPS अधिकारी अमर सिंह चहल
Chandigarh: पंजाब पुलिस के पूर्व आईजी अमर सिंह चहल ने सोमवार को खुद को गोली मार दी।गोली लगने से घायल हुए अमर सिंह चहल को पटियाला के निजि अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जानकारी के अनुसार उनके छाती में गोली लगी है।
जानकारी के अनुसार पूर्व आईजी अमर सिंह चहल ने 12 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा है। यह नोट उन्होंने पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव कपूर के नाम लिखा है, जिसमें उन्होंने 8.10 करोड़ की साइबर ठगी की बात लिखी है। अब इस पूरे मामले में पटियाला पुलिस जांच में जुट गई है।
अमर सिंह चहल IG पद से रिटायर होने के बाद पटियाला में रह रहे थे। पटियाला के SSP वरुण शर्मा ने बताया कि गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें तुरंत अमर सिंह चहल के घर पहुंच गईं।
उन्होंने कहा कि चहल उस समय बेहद गंभीर हालत में थे, जिसके बाद उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अमर सिंह चहल 2015 में फरीदकोट में हुए बहबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड मामले में आरोपी रह चुके हैं।
इस प्रकरण में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एल. के. यादव की अगुवाई में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 24 फरवरी 2023 को फरीदकोट की एक अदालत में चहल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया था।
चार्जशीट में कई बड़े राजनीतिक नेताओं और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल किए गए थे। इनमें तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उनके बेटे और पूर्व गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल, पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी, आईजी परमराज सिंह उमरानंगल, पूर्व डीआईजी अमर सिंह चहल, पूर्व एसएसपी सुखमिंदर सिंह मान और एसएसपी चरनजीत सिंह शर्मा को नामजद किया गया था।
पुलिस का कहना है कि मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि वे किसी आर्थिक ठगी का शिकार हुए थे। पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच के बाद ही वारदात के असली कारणों का पता चलेगा।