मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र में बेटे और पौत्र की हत्या के मुकदमे की पैरवी कर रही वृद्ध महिला को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।

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Meerut: मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में बेटे और पौत्र की हत्या के मुकदमे की पैरवी कर रही एक वृद्ध महिला को फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। पीड़िता की तहरीर पर कंकरखेड़ा थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
2022 के दोहरे हत्याकांड से जुड़ा मामला
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के न्यू सैनिक विहार कॉलोनी निवासी भूपेंद्र का शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव मखमूलपुर निवासी विक्रांत से पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। विक्रांत उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है और वर्तमान में गौतमबुद्धनगर में तैनात बताया गया है।
बातचीत के बहाने बुलाया गया था कांधला
जानकारी के अनुसार, छह अप्रैल 2022 को विक्रांत ने भूपेंद्र को बातचीत के लिए कांधला बुलाया था। भूपेंद्र अपने बेटे अर्जुन के साथ वहां पहुंचा, लेकिन इसके बाद दोनों का शव कांधला क्षेत्र के पास एक खेत में मिला। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई थी।
सिपाही समेत तीन पर दर्ज हुआ था हत्या का मुकदमा
घटना के बाद भूपेंद्र की मां सुदेश देवी की ओर से कांधला थाने में सिपाही विक्रांत, उसके भाई गौरव और पड़ोसी मोनू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। तभी से सुदेश देवी लगातार मामले की पैरवी कर रही हैं।
फोन कॉल पर दी गई धमकी
सुदेश देवी ने पुलिस को बताया कि 20 दिसंबर को उनके मोबाइल फोन पर एक धमकी भरी कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को मखमूलपुर से विक्रांत का दोस्त बताते हुए कहा कि उन्होंने मुकदमे की बहुत पैरवी की है और गवाही दी है। कॉलर ने उन्हें उनके बेटे और पौत्र की तरह जान से मारने की धमकी दी।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
यह पहली बार नहीं है जब सुदेश देवी को धमकी मिली हो। वर्ष 2023 में भी उन्हें इसी तरह की धमकी दी गई थी, जिस पर कंकरखेड़ा थाने में मामला दर्ज कराया गया था। इसके बावजूद धमकी मिलने की घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस सुरक्षा पहले से तैनात
कंकरखेड़ा थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि दोहरे हत्याकांड के बाद से ही सुदेश देवी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तीन पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। नई धमकी के मामले में कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं और आरोपी की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
गवाहों की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना के बाद एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि गंभीर मामलों में गवाहों की सुरक्षा कितनी प्रभावी है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।