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दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण फिर गंभीर बना हुआ है। मंगलवार सुबह औसत AQI 390 दर्ज हुआ, कई इलाकों में 400 के पार। GRAP-4 लागू होने के बावजूद स्मॉग और कोहरे से राहत नहीं, उड़ानें भी प्रभावित।
हवा की हालत फिर खराब (Img Source: Google)
New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के एनसीआर इलाकों में मंगलवार सुबह (23 दिसंबर) की शुरुआत एक बार फिर जहरीली हवा के साथ हुई। शहर में घने कोहरे और स्मॉग की मोटी परत छाई रही, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई। इसका सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ा है और पिछले कई दिनों से दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ानें या तो रद्द हो रही हैं या देरी से संचालित की जा रही हैं।
मौसम और प्रदूषण के इस दोहरे असर ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सुबह-शाम बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा है, वहीं आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) ने एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP के स्टेज-IV के तहत सभी सख्त उपाय लागू कर रखे हैं। इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता में कोई ठोस सुधार नहीं दिख रहा है। निर्माण गतिविधियों पर रोक, डीजल वाहनों पर पाबंदी और औद्योगिक उत्सर्जन को सीमित करने जैसे कदम लागू हैं, लेकिन मौसम की मार के चलते प्रदूषण जमीन के पास ही फंसा हुआ है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार मंगलवार सुबह सात बजे दिल्ली का औसत AQI करीब 390 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। हालांकि यह सोमवार के मुकाबले थोड़ा बेहतर है, लेकिन हालात अब भी स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक बने हुए हैं। दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार दर्ज किया गया है, जो गंभीर स्थिति की ओर इशारा करता है।
मंगलवार सुबह सात बजे के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली-NCR के कई प्रमुख इलाकों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक रहा। श्रीनिवासपुरी में AQI 438 और मुंडका में 422 रिकॉर्ड किया गया। नोएडा सेक्टर-1 में भी AQI 403 रहा, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है।
अन्य इलाकों की बात करें तो आनंद विहार में 397, ओखला में 396, सिरीफोर्ट में 392, आया नगर में 382 और आरके पुरम में 376 AQI दर्ज किया गया। NCR के अन्य शहरों में भी हालात कुछ खास बेहतर नहीं रहे। गुरुग्राम के सेक्टर-51 में AQI 386 और गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में 374 दर्ज किया गया।
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मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ठंडी हवाओं की कमी, नमी और घने कोहरे की वजह से प्रदूषक कण ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं। स्मॉग की मोटी परत के कारण धूप भी कमजोर पड़ रही है, जिससे प्रदूषण को फैलने का मौका नहीं मिल रहा। जब तक तेज हवाएं या बारिश नहीं होती, तब तक हालात में बड़े सुधार की उम्मीद कम ही है।
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और सांस या दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी है। अनावश्यक बाहर निकलने से बचने, मास्क पहनने और सुबह-शाम खुले में एक्सरसाइज न करने की सलाह दी जा रही है।
Delhi AQI: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का बढ़ता संकट, क्या है इसका कारण और भविष्य की चुनौतियां?
फिलहाल मौसम के पूर्वानुमान में किसी बड़े बदलाव के संकेत नहीं हैं। ऐसे में आने वाले कुछ दिन भी दिल्ली-एनसीआर के लिए चुनौतीपूर्ण रह सकते हैं। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।