हिंदी
दिल्ली में हर साल अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से वायु प्रदूषण बढ़ने लगता है। पराली जलाना, वाहनों का धुआं, निर्माण कार्य और ठंडी हवा इसकी बड़ी वजह हैं। जानिए क्यों बढ़ता है AQI और इसे कम करने के लिए सरकार व लोग क्या कदम उठा रहे हैं।
दिल्ली में कब से बढ़ना शुरू हुआ AQI
New Delhi: दिल्ली में AQI यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) आमतौर पर अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से बढ़ना शुरू हो जाता है, जब मौसम बदलता है और सर्दी का असर दिखने लगता है। नवंबर की शुरुआत तक हवा की रफ्तार कम हो जाती है और प्रदूषक तत्व जमीन के करीब जमने लगते हैं। इस साल भी दीपावली से पहले ही दिल्ली-एनसीआर में AQI 400 के पार पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
1. 1990 का दशक: शुरुआत
2. 2000 के दशक की शुरुआत: सुधार की कोशिशें
3. 2010 के बाद: फिर बढ़ने लगा प्रदूषण
दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल
4. 2016 में GRAP की शुरुआत
5. 2017 से अब तक: लगातार संकट
6. मौजूदा स्थिति (2025)
Weather Update: दिल्ली की जहरीली हवा ने फुलाया सांस, AQI पहुंचा 400 पार
AQI बढ़ना कितना खतरनाक है?
AQI (Air Quality Index) को 0 से 500 के स्केल पर मापा जाता है।
जब AQI 400 या उससे ऊपर पहुंचता है, तो यह बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और अस्थमा रोगियों के लिए बेहद खतरनाक होता है। इससे सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, खांसी, गले में दर्द और थकान जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
Weather Update: दिल्ली-NCR में ठंड ने दी दस्तक, हवा में बढ़ा जहर; जानें आज का मौसम और AQI अपडेट
सरकार और लोगों, दोनों की जिम्मेदारी है कि वायु प्रदूषण को कम किया जाए। इसके लिए कई उपाय किए जाते हैं