

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने 16 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल विरोध सभा आयोजित करने की घोषणा की है। इस सभा में देशभर से मुस्लिम संगठनों, उलेमाओं और सामाजिक प्रतिनिधियों के जुटने की उम्मीद है।
मुंबई में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Mumbai: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ संशोधन कानून 2025 को लेकर तीव्र आपत्ति जताई है और इसे मुस्लिम समाज के धार्मिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया है। मुंबई में आयोजित बैठक में बोर्ड ने इस कानून के कुछ प्रावधानों को असंवैधानिक करार देते हुए केंद्र सरकार से तुरंत इसे वापस लेने की मांग की है।
बोर्ड ने कहा कि वक्फ संपत्तियां जैसे मस्जिद, ईदगाह और कब्रिस्तान इस संशोधन के चलते खतरे में पड़ सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में दिए गए अंतरिम आदेश का स्वागत किया गया, लेकिन कोर्ट द्वारा कानून के असंवैधानिक हिस्सों पर रोक न लगाने पर नाराज़गी भी जाहिर की गई।
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देशव्यापी बंद वापस, लेकिन विरोध बरकरार
बोर्ड ने पहले 3 अक्टूबर को देशव्यापी बंद का आह्वान किया था, लेकिन आम जनता की सुविधा को देखते हुए अब इस बंद को वापस ले लिया गया है। हालांकि बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि उस दिन ज़रूरी सेवाएं, मेडिकल स्टोर और अस्पताल खुले रहेंगे। बंद भले टल गया हो, लेकिन आंदोलन की चेतावनी अभी भी बरकरार है।
रामलीला मैदान में 16 नवंबर को विशाल सभा
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने 16 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल विरोध सभा आयोजित करने की घोषणा की है। इस सभा में देशभर से मुस्लिम संगठनों, उलेमाओं और सामाजिक प्रतिनिधियों के जुटने की उम्मीद है। बोर्ड का कहना है कि अगर सरकार ने तब तक इस विवादित कानून को वापस नहीं लिया, तो देशव्यापी तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
बोर्ड की मांगें और चेतावनी
बोर्ड ने यह भी कहा कि संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए हर स्तर पर संघर्ष जारी रहेगा। यह सिर्फ मुस्लिम समुदाय की नहीं, बल्कि देश की धार्मिक स्वतंत्रता और विविधता की भी लड़ाई है।