CUET में कम स्कोर? घबराएं नहीं, जानें कैसे मिल सकता है एडमिशन, मास्टर्स के बाद भी बदल सकते हैं करियर की दिशा

CUET में कम स्कोर होने पर भी एडमिशन के विकल्प मौजूद हैं, जैसे कम कट-ऑफ वाले कॉलेज, स्किल-बेस्ड कोर्स और स्पॉट राउंड। वहीं, मास्टर्स के बाद भी करियर बदला जा सकता है, अपस्किलिंग और सर्टिफिकेशन से।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 23 July 2025, 3:40 PM IST
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New Delhi: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) ने देशभर में उच्च शिक्षा में दाखिले की प्रक्रिया को एकरूप किया है। लेकिन हजारों छात्र ऐसे हैं जो कम स्कोर के कारण निराश हैं और सोच रहे हैं कि अब उनका भविष्य क्या होगा। वहीं दूसरी ओर, बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जिन्होंने मास्टर्स तो किसी एक विषय में किया, लेकिन अब वे अपने करियर की दिशा बदलना चाहते हैं। ऐसे छात्रों के लिए यह रिपोर्ट खास है।

CUET में कम स्कोर पर भी मिल सकता है दाखिला
अगर आपका CUET स्कोर अपेक्षा से कम है, तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। कई विश्वविद्यालय और कॉलेज अभी भी ऐसे कोर्स ऑफर करते हैं जिनमें कट-ऑफ कम होती है। इसके लिए छात्रों को कुछ बातों पर ध्यान देना होगा:

1. नॉन-केंद्रीय विश्वविद्यालय और प्राइवेट कॉलेज विकल्प हैं
कई राज्य विश्वविद्यालय, डीम्ड और प्राइवेट कॉलेज CUET स्कोर के आधार पर प्रवेश देते हैं लेकिन उनकी कट-ऑफ अपेक्षाकृत कम होती है। जैसे – डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़, जीएलए यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, आदि।

2. वेटिंग लिस्ट और स्पॉट राउंड का रखें ध्यान
कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कट-ऑफ की अंतिम सूची में सीटें बच जाती हैं। ऐसे में स्पॉट राउंड या वेटिंग लिस्ट में नाम आने पर आपको मौका मिल सकता है।

3. स्किल-बेस्ड कोर्स पर करें विचार
यदि स्कोर बहुत कम है, तो स्किल डेवलेपमेंट कोर्स (डिजिटल मार्केटिंग, डाटा एनालिटिक्स, ग्राफिक डिजाइनिंग आदि) से शुरुआत कर आप करियर बना सकते हैं।

मास्टर्स के बाद करियर चॉइस कैसे बदलें?
मास्टर्स करने के बाद यह सोचना कि अब करियर तय हो गया है, गलत धारणा है। आज के दौर में स्किल्स और रुचि के आधार पर करियर बदला जा सकता है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:

मास्टर्स के बाद करियर में बदलाव

मास्टर्स के बाद करियर में बदलाव

1. ब्रिज कोर्स और डिप्लोमा से करें नई शुरुआत
अगर आपने मास्टर्स इतिहास में किया है लेकिन अब आपको साइबर सिक्योरिटी में दिलचस्पी है, तो आप 6–12 महीने के प्रोफेशनल कोर्स या पीजी डिप्लोमा से नए क्षेत्र में कदम रख सकते हैं।

2. अपस्किलिंग और सर्टिफिकेशन का सहारा लें
NPTEL, Coursera, Udemy और SWAYAM जैसे प्लेटफॉर्म्स पर आप सर्टिफाइड कोर्स कर सकते हैं, जो इंडस्ट्री में वैल्यूबल माने जाते हैं।

3. इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट्स से हासिल करें अनुभव
करियर बदलते समय शुरुआती अनुभव जरूरी होता है। फ्रीलांसिंग प्रोजेक्ट या इंटर्नशिप से अनुभव लेकर नई जॉब्स के लिए खुद को तैयार करें।

निष्कर्ष
CUET में कम स्कोर या मास्टर्स के बाद विचार बदलना कोई असामान्य बात नहीं है। आज के समय में शिक्षा और करियर में लचीलापन है। जरूरी है कि छात्र अपने विकल्पों को समझें, रिसर्च करें और सही दिशा में आगे बढ़ें।

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  • New Delhi

Published : 
  • 23 July 2025, 3:40 PM IST