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ड्रीम जॉब की तलाश? अमेरिका नहीं, अब यह देश बना करियर ग्रोथ का सबसे बड़ा सेंटर

एक ऐसा देश जो चुपचाप ग्लोबल करियर लैंडस्केप में तहलका मचा रहा है। हायरिंग के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है।
Post Published By: सौम्या सिंह
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ड्रीम जॉब की तलाश? अमेरिका नहीं, अब यह देश बना करियर ग्रोथ का सबसे बड़ा सेंटर

New Delhi: दुनिया भर के युवा बेहतर करियर और मोटी सैलरी की उम्मीद में अमेरिका, ब्रिटेन या कनाडा जैसे देशों का रुख करते हैं। लेकिन 2025 की तीसरी तिमाही में जॉब मार्केट की तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) इस समय ग्लोबल हायरिंग के मामले में टॉप पर पहुंच गया है और अमेरिका-ब्रिटेन जैसे विकसित देशों को पीछे छोड़ दिया है।

UAE में जॉब लगने के चांस सबसे ज्यादा

मैनपावरग्रुप के ताजा एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के मुताबिक, UAE का नेट एम्प्लॉयमेंट आउटलुक (NEO) +48% है, जो कि ग्लोबल एवरेज +24% से दोगुना है। इस आंकड़े का मतलब है कि यहां कंपनियों की भर्ती की मंशा बहुत ज्यादा है और बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर पैदा हो रहे हैं।

UAE में 56% नियोक्ताओं का कहना है कि वे आने वाले महीनों में अपने वर्कफोर्स को बढ़ाना चाहते हैं। केवल 8% एम्प्लॉयर्स ने कहा कि वे स्टाफ में कटौती करने की सोच रहे हैं। यानी UAE इस वक्त सबसे सकारात्मक हायरिंग सेंटीमेंट दिखाने वाला देश बन चुका है।

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

कौन-कौन से सेक्टर में हैं सबसे ज्यादा नौकरियां?

UAE में लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, कंज्यूमर गुड्स और एनर्जी सेक्टर सबसे ज्यादा तेजी से हायरिंग कर रहे हैं। सेक्टरवार आंकड़े इस प्रकार हैं-

ये सभी आंकड़े वैश्विक औसत से कहीं ऊपर हैं और यह दिखाते हैं कि इन क्षेत्रों में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की भारी डिमांड है।

यूएई को बना रहे हैं जॉब सीकर्स का फेवरेट डेस्टिनेशन

UAE सिर्फ हायरिंग में ही आगे नहीं है, बल्कि यहां वर्क कल्चर, सुविधा और जॉब सिक्योरिटी के मामले में भी जबरदस्त सुधार देखने को मिला है।
यहां के एम्प्लॉयर्स न सिर्फ जॉब ऑफर कर रहे हैं बल्कि कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए परफॉर्मेंस बोनस, एलाउंस, हाइब्रिड/रिमोट वर्किंग ऑप्शन जैसी सुविधाएं भी दे रहे हैं। इससे UAE टैलेंट अट्रैक्शन और रिटेंशन दोनों में सफल हो रहा है।

क्यों है UAE में इतनी तेजी?

इकोनॉमिक डाइवर्सिफिकेशन: ऑयल आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़ते हुए UAE ने टेक्नोलॉजी, रिटेल, हेल्थकेयर और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया है।

ग्लोबल टैलेंट को लुभाने की रणनीति: UAE ने वीजा पॉलिसी को लचीला बनाया है ताकि विदेशी प्रोफेशनल्स को यहां आकर काम करने में आसानी हो।

महंगाई के बावजूद कॉम्पिटिटिव सैलरी: कंपनियां बढ़ती लागत के बावजूद योग्य कैंडिडेट्स को अच्छी सैलरी ऑफर कर रही हैं।

अगर आप विदेश में जॉब की तलाश कर रहे हैं और अब तक अमेरिका, कनाडा या ब्रिटेन पर नजर बनाए हुए थे, तो अब UAE को गंभीरता से विचार करें। यहां न सिर्फ मौके ज्यादा हैं, बल्कि ग्रोथ की संभावना और प्रोफेशनल लाइफ की क्वालिटी भी बेहतर होती जा रही है। 2025 की तीसरी तिमाही में UAE ने ये साबित कर दिया है कि यह देश अब सिर्फ एक ट्रांजिट या टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं, बल्कि ग्लोबल करियर हब बन चुका है।

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