नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्व एशिया में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। खासतौर पर सिंगापुर, हांगकांग, चीन और थाईलैंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक उछाल दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक नई कोविड लहर का संकेत हो सकता है, जिसकी वजह से इन देशों में संक्रमण की दर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, सिंगापुर में पिछले एक साल में पहली बार कोविड मामलों में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। 3 मई 2025 तक देश में 14,200 नए मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि कई लोग हल्के लक्षण होने पर जांच नहीं करवा रहे हैं। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।
कोविड मरीजों की संख्या में वृद्धि
हांगकांग में भी हालात तेजी से बदल रहे हैं। यहां अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन पर फिर से जोर देना शुरू कर दिया है। चीन और थाईलैंड में भी कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ने लगा है।
कोविड का नया वेरिएंट्स आया सामने
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड वायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है, जिससे इसकी नई वेरिएंट्स सामने आ रही हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर मामलों में लक्षण हल्के हैं, लेकिन बुजुर्गों, बच्चों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। इस वजह से लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
लोगों दिया गया नियमों को पालन करने की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और उसने देशों से टेस्टिंग, ट्रैकिंग और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता बनाए रखने की अपील की है। आम लोगों को सलाह दी गई है कि वे कोविड अनुरूप व्यवहार करें और बिना जरूरत यात्रा करने से बचें।
नई लहर चिंता का विषय
फिलहाल, दक्षिण-पूर्व एशिया में कोविड की यह नई लहर चिंता का विषय बन गई है। इससे निपटने के लिए सरकारों और नागरिकों दोनों को सतर्कता बरतने की सख्त आवश्यकता है।

