Site icon Hindi Dynamite News

Health Tips: कम बजट में भी रह सकते हैं सेहतमंद, जानिए सस्ती और हेल्दी डाइट अपनाने के आसान तरीके

बढ़ती महंगाई और जीवनशैली की चुनौतियों के बीच लोग अक्सर सोचते हैं कि हेल्दी खाना महंगा होता है। लेकिन सच यह है कि थोड़ी समझदारी और प्लानिंग से कम बजट में भी संतुलित और पौष्टिक आहार लिया जा सकता है। आर्थिक रूप से सीमित संसाधनों के बावजूद भी हेल्दी रहना मुमकिन है। इस लेख में जानिए कैसे कम खर्च में भी पौष्टिक और संतुलित आहार अपनाया जा सकता है, साथ ही कुछ आसान और सस्ते फूड ऑप्शन्स भी।
Post Published By: Sapna Srivastava
Published:
Health Tips: कम बजट में भी रह सकते हैं सेहतमंद, जानिए सस्ती और हेल्दी डाइट अपनाने के आसान तरीके

New Delhi: बढ़ती महंगाई और जीवनशैली की चुनौतियों के बीच लोग अक्सर सोचते हैं कि हेल्दी खाना महंगा होता है। लेकिन सच यह है कि थोड़ी समझदारी और प्लानिंग से कम बजट में भी संतुलित और पौष्टिक आहार लिया जा सकता है। इस रिपोर्ट में हम बताएंगे कि कैसे आप सीमित खर्च में भी सेहतमंद रह सकते हैं।

1. स्थानीय और मौसमी सब्जियों का करें उपयोग

मौसमी सब्जियाँ न केवल सस्ती होती हैं, बल्कि इनमें अधिक न्यूट्रिशन भी होता है। जैसे गर्मियों में लौकी, तोरई, भिंडी आदि आसानी से उपलब्ध होती हैं। वहीं सर्दियों में गाजर, पालक और मेथी जैसे विकल्प सस्ते और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं।

2. दालें और चने

दाल, चना, मूंगफली, सोयाबीन जैसे विकल्प प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं। ये ना केवल आसानी से मिलते हैं, बल्कि लंबे समय तक स्टोर भी किए जा सकते हैं।

3. सादा भोजन रखें

घर का सादा खाना जैसे दाल-चावल, सब्ज़ी-रोटी न केवल सस्ता होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है। तली-भुनी चीज़ों और बाहर के खाने से दूर रहकर पैसे और सेहत दोनों की बचत होती है।

4. सस्ते फल भी होते हैं फायदेमंद

हर फल महंगा नहीं होता। केला, पपीता, सेब जैसे फल बहुत पोषक होते हैं और अपेक्षाकृत किफायती भी। सप्ताह में 2-3 बार इन फलों को डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।

5. हफ्ते का मील प्लान बनाएं

बिना प्लानिंग के खरीदारी करने से ज्यादा खर्च हो सकता है। यदि आप सप्ताह भर का मील प्लान बना लें, तो सिर्फ ज़रूरी सामान ही खरीदेंगे और खाना भी वेस्ट नहीं होगा।

6. बची हुई चीज़ों का पुनः उपयोग करें

अक्सर घरों में खाना बच जाता है जिसे फेंक दिया जाता है। जैसे बचा हुआ चावल अगले दिन वेज पुलाव या चीला बनाकर खाया जा सकता है। यह आदत खाने की बर्बादी रोकने के साथ-साथ बजट को भी नियंत्रित करती है।

डिस्क्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान और स्वास्थ्य से संबंधित स्रोतों पर आधारित है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। डाइनामाइट न्यूज़ इस लेख में दी गई जानकारी को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है। यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं तो कृपया पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

Exit mobile version