Kamal Haasan: ‘ठग लाइफ’ पर विवाद गहराया, कर्नाटका हाई कोर्ट में टाली फिल्म की सुनवाई, जानिए क्या है पूरा मामला

‘ठग लाइफ’ फिल्म के निर्माताओं द्वारा दायर याचिका पर एक हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित कर दी। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए क्या थी वजह

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 3 June 2025, 4:53 PM IST
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बेंगलुरू: कर्नाटका हाई कोर्ट ने मंगलवार को 'ठग लाइफ' फिल्म के निर्माताओं द्वारा दायर याचिका पर एक हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित कर दी। यह फिल्म अभिनेता कमल हासन द्वारा अभिनीत है और इसके निर्माता राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल, चेन्नई हैं। अदालत ने यह निर्णय तब लिया जब उसे सूचित किया गया कि कमल हासन ने कर्नाटका फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स (KFCC) को एक हालिया संचार भेजा है और यह भी तय किया गया है कि फिल्म कर्नाटका में तब तक रिलीज नहीं की जाएगी जब तक KFCC के साथ संवाद में यह मामला हल नहीं हो जाता।

इस दिन होगी सुनवाई

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने अब इस मामले को 10 जून के लिए आगे बढ़ा दिया और राज्य सरकार, केंद्रीय सरकार और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को नोटिस जारी किया। सुनवाई स्थगित करने से पहले जस्टिस ने यह भी टिप्पणी की कि कमल हासन का नवीनतम संचार भी अभिनेता से कोई माफी नहीं देता।

यह ध्यान में रखते हुए कि फिल्म के निर्माताओं ने सोमवार को कर्नाटका हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। दरअसल, कर्नाटका फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स ने एक प्रेस स्टेटमेंट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि फिल्म तब तक कर्नाटका में प्रदर्शित नहीं की जाएगी जब तक कमल हासन अपने विवादास्पद बयान पर माफी नहीं मांगते, जिसमें उन्होंने कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल भाषा से उत्पन्न हुई है।

लगाए गए बैन को दी चुनौती

फिल्म के निर्माता राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल ने कर्नाटका फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा लगाए गए बैन को चुनौती दी है और फिल्म की रिलीज और प्रदर्शन के लिए पुलिस सुरक्षा की भी मांग की है। कमल हासन के विवादास्पद बयान के संदर्भ में अदालत ने अभिनेता से कई गंभीर सवाल पूछे। जस्टिस नागप्रसन्ना ने अभिनेता से पूछा, "क्या आप एक इतिहासकार हैं या एक भाषाविद्? आपने यह बयान किस आधार पर दिया?" उन्होंने यह भी कहा, "अगर राजगोपालाचारी 75 साल पहले सार्वजनिक माफी मांग सकते थे, तो आप क्यों नहीं?"

अदालत ने कहा, "आपको लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का अधिकार नहीं है। इस देश में जल, भूमि और भाषा लोगों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। कर्नाटका के लोग क्या चाहते थे? एक माफी? आपकी ओर से न तो माफी है और न ही कोई स्पष्टीकरण। यह सब एक स्थिति है जो कमल हासन ने खुद बनाई है।"

इसके अलावा, अदालत ने यह भी कहा कि "भाषा लोगों की भावनाओं से जुड़ी होती है और कन्नड़ भाषा एक मजबूत भाषा है, जो ऐसे बयानों से मुरझाती नहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को इस तरह से नहीं फैलाया जा सकता कि वह लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाए।"

क्या कहा था कमल हासन ने?

28 मई को चेन्नई में एक प्रमोशनल कार्यक्रम के दौरान कमल हासन ने कहा था कि “कन्नड़ भाषा का जन्म तमिल भाषा से हुआ है।” उन्होंने यह बात भावनात्मक रूप से कही और भाषण की शुरुआत तमिल भाषा में करते हुए ‘उइरे उरावे तमीझे’ (मेरा जीवन और परिवार तमिल है) कहा। कमल ने कन्नड़ एक्टर शिवराजकुमार का नाम लेते हुए यह भी कहा कि उनका परिवार भी वहां है, इसलिए वे यहां (चेन्नई) मौजूद हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि तमिल और कन्नड़ एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसलिए सभी लोग उनके परिवार का हिस्सा हैं।

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