मैनपुरी के एक पेट्रोल पंप पर मिलावटी ईंधन देने का मामला सामने आया है, जहां एक युवक की स्कूटी में पेट्रोल की जगह डीजल डाल दिया गया था। इसके बाद स्कूटी के खराब होने पर युवक ने पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पेट्रोल पंप
Mainpuri: जिले से एक गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है, जिसमें पेट्रोल पंप द्वारा घटिया और मिलावटी ईंधन दिए जाने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित युवक ने इस संदर्भ में कोतवाली थाना में प्रार्थना पत्र देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामला हुंडई शोरूम के सामने, भोगांव रोड स्थित पेट्रोल पंप का है, जहाँ एक युवक की स्कूटी को मिलावटी ईंधन मिलने के कारण स्कूटी खराब हो गई।
पीड़ित युवक कुलदीप सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि 6 दिसंबर 2025 को वह अपनी स्कूटी में पेट्रोल डलवाने के लिए पेट्रोल पंप पर गया था। पेट्रोल डालने के बाद, जब उसने कुछ दूरी तय की, तो स्कूटी अचानक बंद हो गई। जब उसने स्कूटी को मैकेनिक के पास ले जाया, तो पाया कि पेट्रोल टैंक से गंदा और संदिग्ध ईंधन निकला। इसके बाद मैकेनिक ने भी पुष्टि की कि इस तरह का ईंधन इंजन को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है।
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कुलदीप सिंह का आरोप है कि पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की जगह डीजल डाल दिया गया था, जिसके कारण उसकी स्कूटी खराब हो गई। पीड़ित युवक ने कहा कि जब वह पेट्रोल पंप पर शिकायत लेकर गया, तो पंप के कर्मचारियों और मालिक ने उसकी बात अनसुनी कर दी और कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। कुलदीप का आरोप है कि पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने के बावजूद उसे कोई न्याय नहीं मिला।
कुलदीप सिंह ने बताया कि स्कूटी की मरम्मत में उसे लगभग 1500 रुपये का खर्च उठाना पड़ा। इसके बाद उसने इस घटना को लेकर थाना कोतवाली मैनपुरी में लिखित शिकायत दी और पेट्रोल पंप के मालिक तथा कर्मचारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की।
मामला गंभीर होने के बाद, कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जो भी तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि पेट्रोल पंप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, अगर आरोप सही पाए गए।
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यह घटना गंभीर सवाल उठाती है कि क्या आम जनता की गाड़ियों में मिलावटी और घटिया ईंधन डालकर उनके जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है? क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदार विभाग सख्त कदम उठाएंगे? इस घटना के बाद अब यह सवाल सामने आ रहा है कि किस तरह से मिलावटी ईंधन को नियंत्रित किया जा सकता है और गाड़ियों के मालिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।