Site icon Hindi Dynamite News

Kannauj News: मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, ऑपरेशन के बाद युवक की हालत नाजुक

कन्नौज मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
Post Published By: Asmita Patel
Published:
Kannauj News: मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, ऑपरेशन के बाद युवक की हालत नाजुक

कन्नौज: जिले में मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही और व्यावसायिक अनैतिकता का आरोप लगा है। तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सुक्खा पूर्वा गल्ला मंडी निवासी महिला मिथलेश ने पुलिस को शिकायती पत्र दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, महिला ने बताया कि उसके बेटे अमित की हालत एक गलत ऑपरेशन के बाद गंभीर रूप से बिगड़ गई है और अब वह जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल तक मामला

पीड़िता के अनुसार, अमित को गुल्ले (फोड़े) के ऑपरेशन के लिए तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। लेकिन वहां तैनात एक डॉक्टर ने उसे मेडिकल कॉलेज के पास ही एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया और 50 हजार रुपए लेकर ऑपरेशन किया। शुरुआती तौर पर ऑपरेशन सफल बताया गया, लेकिन कुछ ही दिनों में अमित के पैर में सूजन और दर्द शुरू हो गया।

दोबाराऑपरेशन के नाम पर और ली गई रकम

हालत बिगड़ने पर जब अमित को दोबारा मेडिकल कॉलेज में दिखाया गया, तो डॉक्टरों ने उसकी स्थिति गंभीर बताई और PGI लखनऊ रेफर कर दिया। पीड़िता ने आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण PGI नहीं जा पाने की बात कही। इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने फिर से 25,000 रुपए लेकर एक और ऑपरेशन किया, लेकिन वो भी असफल रहा।

इन्फेक्शन से बिगड़ी हालत

पीड़िता का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद अमित के शरीर में इन्फेक्शन फैल गया है, जिससे उसकी हालत अब बेहद नाजुक हो गई है। परिजन उसे दोबारा इलाज के लिए कहीं और ले जाने की स्थिति में नहीं हैं। अमित अस्पताल में बेसुध पड़ा है और अब मौत से लड़ रहा है।

कोतवाली में दी गई तहरीर

मिथलेश ने इस पूरे मामले की शिकायत तिर्वा कोतवाली पुलिस से की है और डॉक्टर पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि गरीबों के साथ इस तरह की लापरवाही और ठगी पूरी तरह अमानवीय है। परिवार ने जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भी अपील की है कि पूरे मामले की जांच कराई जाए और दोषी डॉक्टर के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि अन्य मरीजों के साथ ऐसा दोहराया न जाए।

Exit mobile version