Patna: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय होने के बावजूद राजनीतिक हालात बेकाबू नजर आ रहे हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, महुआ विधानसभा सीट लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दिए जाने से नाखुश हैं। इसी वजह से मंगलवार की रात पटना में हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला।
देर रात कुशवाहा के घर पहुंचे बीजेपी दिग्गज
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के कई दिग्गज नेता जैसे केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नित्यानंद राय, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नवीन और पार्टी के वरिष्ठ नेता ऋतुराज सिन्हा देर रात उपेंद्र कुशवाहा के आवास पर पहुंचे। यह बैठक सुबह चार बजे तक चली, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया। बैठक में फोन पर अन्य घटक दलों से भी बातचीत की गई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही।
Bihar Election 2025: मैथिली ठाकुर अब बिहार में लड़ेंगी चुनाव, जानें किस पार्टी में हुईं शामिल
कुशवाहा ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए साफ कहा, “नथिंग इज वेल इन NDA।” उनके इस बयान से साफ है कि एनडीए में अंदरूनी कलह गहराती जा रही है।
आज हो सकता है बड़ा ऐलान
इस सियासी हलचल के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को अपनी पार्टी RLM की आपात बैठक बुलाई है। दोपहर 12:30 बजे होने वाली इस मीटिंग में पार्टी के सभी प्रमुख नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में आगामी रणनीति पर चर्चा होगी और कुशवाहा मीडिया के सामने कोई बड़ा बयान दे सकते हैं।
सीट बंटवारे पर फूटा गुस्सा
रविवार को एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर औपचारिक घोषणा की गई थी। जेडीयू और बीजेपी ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया, वहीं LJP (रामविलास) को 29, और ‘हम’ व RLM को मात्र 6-6 सीटें दी गईं।
यह बंटवारा उपेंद्र कुशवाहा को रास नहीं आया। उन्होंने पहले ही 24 सीटों की मांग की थी, जबकि जीतनराम मांझी ने 15 सीटों की अपेक्षा जताई थी। इस असंतोष के बाद कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश जारी करते हुए कार्यकर्ताओं से माफी मांगी थी। उन्होंने लिखा, “आपके मन की संख्या नहीं मिल पाई। शायद कई घरों में खाना नहीं बना हो। लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो दिखती नहीं हैं।”
क्या एनडीए में दरार बढ़ेगी?
कुशवाहा के तेवरों और बीजेपी नेताओं की बेचैनी से यह साफ है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है। अगर उपेंद्र कुशवाहा ने गठबंधन से अलग होने का फैसला किया, तो इसका असर चुनावी समीकरणों पर भी पड़ सकता है। आने वाले कुछ घंटे बिहार की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकते हैं।