हरियाणवी रैपर ढांडा न्योलीवाला की नई एल्बम ‘वोमिट ऑन पेपर’ विवादों में घिर गई है। एल्बम में संतों को लेकर कंटेंट पर विरोध-प्रतिक्रिया सामने आई, साध्वी ने कड़ी आपत्ति जताई, जबकि ढांडा ने अपना पहला बयान जारी किया।

Chandigarh: हरियाणवी रैपर प्रवीण ढांडा, जिन्हें ढांडा न्योलीवाला के नाम से जाना जाता है, की नई एल्बम ‘वोमिट ऑन पेपर’ विवादों में घिर गई है। हिसार के आदमपुर के न्योलीवाला गांव के रहने वाले रैपर की यह एल्बम हाल ही में रिलीज हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई।
एल्बम में कुछ कंटेंट को लेकर लोग आहत हैं। रैपर ने भगवाधारी बाबाओं को मारने-पीटने का जिक्र किया है और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नाम लिए बिना उनका फोटो एल्बम में दिखाकर ‘साले’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन दोनों ही खड़े हो रहे हैं। साध्वी देवा ठाकुर ने एल्बम की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “तू साधु-संतों को पीट नहीं सकता। मगर अब तेरे पिटने का टाइम आ गया है। अगर मेरी जैसी के हाथ लग गया, तो पक्का पिटेगा।” इसके साथ ही, ढांडा के समर्थक भी सोशल मीडिया पर उनकी रचना की स्वतंत्रता का बचाव कर रहे हैं।
प्रवीण ढांडा का पारिवारिक पृष्ठभूमि भी चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके माता-पिता सरकारी स्कूल में टीचर हैं और छोटा भाई हिसार में पढ़ाई कर रहा है। उनकी पत्नी आशा सहारण डिस्कस थ्रो में नेशनल चैंपियन रह चुकी हैं। 8 साल पहले ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उनके माता-पिता ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजा था।
ढांडा न्योलीवाला ने विवाद को लेकर अपना पहला बयान जारी किया है।
Chandigarh: हरियाणवी रैपर प्रवीण ढांडा, जिन्हें ढांडा न्योलीवाला के नाम से जाना जाता है, की नई एल्बम ‘वोमिट ऑन पेपर’ विवादों में घिर गई है। हिसार के आदमपुर के न्योलीवाला गांव के रहने वाले रैपर की यह एल्बम हाल ही में रिलीज हुई, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई।
एल्बम में कुछ कंटेंट को लेकर लोग आहत हैं। रैपर ने भगवाधारी बाबाओं को मारने-पीटने का जिक्र किया है और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नाम लिए बिना उनका फोटो एल्बम में दिखाकर ‘साले’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन दोनों ही खड़े हो रहे हैं। साध्वी देवा ठाकुर ने एल्बम की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “तू साधु-संतों को पीट नहीं सकता। मगर अब तेरे पिटने का टाइम आ गया है। अगर मेरी जैसी के हाथ लग गया, तो पक्का पिटेगा।” इसके साथ ही, ढांडा के समर्थक भी सोशल मीडिया पर उनकी रचना की स्वतंत्रता का बचाव कर रहे हैं।
प्रवीण ढांडा का पारिवारिक पृष्ठभूमि भी चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके माता-पिता सरकारी स्कूल में टीचर हैं और छोटा भाई हिसार में पढ़ाई कर रहा है। उनकी पत्नी आशा सहारण डिस्कस थ्रो में नेशनल चैंपियन रह चुकी हैं। 8 साल पहले ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उनके माता-पिता ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजा था।
ढांडा न्योलीवाला ने विवाद को लेकर अपना पहला बयान जारी किया है।
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