नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आतंकवाद और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भाजपा और विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल बनाया है जो कई देशों का दौरा करके पाकिस्तान को बेनकाब करने का काम करेगा। इस दल में मोदी सरकार ने शशि थरूर का नाम शामिल किया है, जिसके बाद कांग्रेस तिलमिला गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के लिए अपने चार नेताओं के नाम सरकार को दिए थे जिनमें शशि थरूर का नाम शामिल नहीं है। आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ सैयद नसीर हुसैन, और राजा बरार।
देश के जाने-माने पत्रकार Manoj Tibrewal Aakash ने अपने स्पेशल शो “The MTA Speaks” में इसका विश्लेषण करते हुए कहा कि हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने पाकिस्तान में छिपे आतंकियों और उनके आकाओं की कमर तोड़ दी है। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा सबक सिखाया। ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत लगातार आतंकियों को सबक सिखाने के लिए एक्शन में है।
मोदी सरकार ने आतंकियों और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एक नई रणनीति बनाई है। इसमें सिर्फ भाजपा सांसद ही नहीं, बल्कि विपक्षी पार्टियों के सांसदों को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये सभी सांसद अलग-अलग देशों में जाकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करेंगे।
दरअसल, भारत अब पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके तहत विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों की टीम दुनियाभर के प्रमुख देशों की यात्रा करेगी। इस खबर पर केरल कांग्रेस ने खुशी जताई है और केंद्र सरकार के फैसले की काफी सराहना की है।
केरल कांग्रेस ने क्या कहा ?
मोदी सरकार के फैसले के बाद केरल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, ‘जब प्रधानमंत्री मोदी और उनके विदेश मंत्री की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वसनीयता घट गई है, तब देश को ऐसी आवाज की जरूरत है जो सम्मान पाती हो। हम सरकार का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने भाजपा के भीतर की प्रतिभा की कमी को समझते हुए एक कांग्रेस नेता को देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना। वहीं इस पोस्ट में आगे लिखा गया है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि शशि थरूर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का पक्ष मजबूती से रखेंगे और मोदी सरकार की गलतियों को सुधारेंगे।
शशि थरूर ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत सरकार ने हालिया घटनाओं पर देश का पक्ष रखने के लिए पांच प्रमुख देशों की यात्रा के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का जो न्योता मुझे दिया है, उससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. जब बात देशहित की हो और मेरी सेवाओं की जरूरत हो, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद!
अभियान का क्या है उद्देश्य ?
केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद को लगातार समर्थन देने की सच्चाई को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने लाया जाए। इसमें विशेष रूप से भारत की तरफ से हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भी दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, इस अभियान में शामिल सांसदों की यात्रा 23 मई से शुरू होकर 10 दिनों तक चलेगी। वे अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, जापान, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं, जिनमें संसद के ये सदस्य सात प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में शशि थरूर का चयन कांग्रेस के लिए एक नाजुक समय पर हुआ है। हाल ही में उन्होंने सरकार के सैन्य कदमों की तारीफ की थी। सरकार की तारीफ करने पर बीजेपी के नेताओं ने उनकी सराहना की, लेकिन, कांग्रेस पार्टी में ही कुछ लोग उनसे नाराज़ हैं। थरूर ने कहा था कि सरकार ने संयम से काम लिया, उन्होंने पाकिस्तान और PoK में आतंकियों को निशाना बनाया। इस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने पूछा कि क्या थरूर भाजपा के प्रवक्ता बन गए हैं? इस मुद्दे पर शशि थरूर ने कहा था कि पहलगाम हमले को लेकर सरकार से जवाबदेही मांगने की बजाय संकट को दूर करने पर ध्यान देना चाहिए।
तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से बात करते हुए थरूर ने कहा कि मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मैं पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं, ना ही मैं सरकार का प्रवक्ता हूं। लोगों को अगर लगता है कि मुझे किसी बारे में जानकारी है, तो वे मेरे व्यूज पूछते हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि एक भारतीय के तौर पर मेरे विचार निजी हैं।’
इंडिया ब्लॉक का भविष्य?
वहीं पी चिदंबरम की बात की जाए तो सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की पुस्तक “कंटेस्टिंग डेमोक्रेटिक डेफिसिट” के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि इंडिया ब्लॉक का भविष्य उतना उज्ज्वल नहीं है, जैसा कि मृत्युंजय सिंह यादव ने कहा है। उन्हें लगता है कि गठबंधन अभी भी बरकरार है, लेकिन मैं निश्चित नहीं हूँ”। इसका उत्तर केवल सलमान खुर्शीद ही दे सकते हैं, क्योंकि वे इंडिया ब्लॉक के लिए वार्ता करने वाली टीम का हिस्सा थे। अगर गठबंधन पूरी तरह से बरकरार है, तो मुझे बहुत खुशी होगी। लेकिन यह दर्शाता है कि यह कमज़ोर है।
कांग्रेस नेता उदित राज ने पी चिदंबरम की इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी पर कहा, “पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। वह और उनके बेटे सांसद हैं। उन्हें संवाद करना चाहिए और पार्टी को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। आलोचना करना आसान है, लेकिन वह और भी बहुत कुछ कर सकते हैं।” मजे की बात तो यह है कि उदित राज के इस बयान को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी डाला है। इन दोनों को कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है।
इसी साल जनवरी में सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने कथित विदेशी धन प्रेषण से संबंधित एक मामले के सिलसिले में कार्ति पी चिदंबरम से जुड़े नौ परिसरों और कार्यालयों में तलाशी ली थी। CBI ने कार्ति चिदंबरम और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की है।