बाजपुर: उत्तराखंड के सबसे हॉट मानी जा रही बाजपुर क्षेत्र की हरसान जिला पंचायत सीट ने इस बार चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल डाले हैं। इस सीट से सबको चौंकाते हुए योगेंद्र डोभाल ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। योगेंद्र, हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल के बड़े भाई हैं। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों के दिग्गज प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए 1532 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है।
भाजपा को सीधा नुकसान…
जानकारी के मुताबिक, हरसान सीट पर कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के बेहद करीबी और विधायक प्रतिनिधि डीके जोशी मैदान में थे। खुद यशपाल आर्य ने उनके लिए डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर वोट मांगे। वहीं भाजपा ने सांसद प्रतिनिधि कमल किशोर भट्ट को उतारा था। इसके अलावा भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष उमा जोशी ने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ा और भाजपा का गणित बिगाड़ दिया। उमा जोशी को 3009 वोट मिले, जिससे भाजपा को सीधा नुकसान उठाना पड़ा।
बगावत ने भाजपा की जीत की उम्मीदों पर पानी…
चुनाव परिणामों की बात करें तो योगेंद्र डोभाल को कुल 6056 वोट मिले, जबकि भाजपा के कमल भट्ट को 4524 और कांग्रेस के डीके जोशी को सिर्फ 3972 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। उमा जोशी की बगावत से भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी देखी गई, क्योंकि माना जा रहा है कि इस बगावत ने भाजपा की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हार की जिम्मेदारी कौन…
चुनाव जीतने के बाद योगेंद्र डोभाल ने कहा कि वे सिर्फ जनता के कहने पर चुनावी मैदान में आए थे और अब पूरे मन से जनता की सेवा करेंगे। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जब जीत का श्रेय नेता प्रतिपक्ष को जाता है तो हार की जिम्मेदारी कौन लेगा?
भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चेतावनी…
हरसान की जनता ने इस बार जाति-पार्टी के नाम पर नहीं, बल्कि प्रत्याशी के चेहरे, सेवा और नीयत पर मुहर लगाई है। ऐसे में योगेंद्र डोभाल की यह जीत न सिर्फ स्थानीय राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चेतावनी भी है कि जनता अब जागरूक होकर नए विकल्पों को चुनने लगी है।