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सोशल मीडिया की अफवाहों ने उजाड़ दी नैनीताल की रौनक, झूठ से ठप पड़ा पर्यटन कारोबार

उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल इन दिनों सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों की चपेट में है। झूठे वीडियो और भ्रामक पोस्ट ने सैलानियों को डराया, जिससे शहर का पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आज सोशल मीडिया की अफवाहों का शिकार बन चुकी है।
Post Published By: ईशा त्यागी
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सोशल मीडिया की अफवाहों ने उजाड़ दी नैनीताल की रौनक, झूठ से ठप पड़ा पर्यटन कारोबार

नैनीताल: उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल, जो कभी अपने खूबसूरत नज़ारों और झीलों के कारण सैलानियों की पहली पसंद हुआ करती थी, आज सोशल मीडिया की अफवाहों का शिकार बन चुकी है। कभी भीड़भाड़ से गुलजार रहने वाली नैनीताल की गलियां अब सूनी पड़ी हैं। होटल और बाजार जहां पहले जगह मिलने तक की मारामारी रहती थी, अब खाली दिखाई दे रहे हैं।

कुछ महीनों में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट

जानकारी के मुताबिक,  नैनीताल होटल एसोसिएशन के सचिव वेद साह ने बताया कि बीते कुछ महीनों में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। उनका कहना है कि शुरुआत में इलाके में तनाव और सीमाई इलाकों की हलचल ने असर डाला, लेकिन सबसे बड़ा झटका सोशल मीडिया पर फैले भ्रामक वीडियो ने दिया। मानसून के दौरान हुई कुछ सामान्य भूस्खलन की घटनाओं को इस तरह पेश किया गया जैसे पूरा शहर तबाह होने वाला हो। पुराने वीडियो को नए बताकर वायरल किया गया, जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों में डर बैठ गया और उन्होंने अपनी बुकिंग रद्द कर दी।

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प्रशासन और राज्य सरकार से गुहार लगाई

वेद साह के अनुसार, अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि वीकेंड पर भी होटल खाली पड़े रहते हैं। कई होटल संचालकों ने कमरे के किराए घटा दिए हैं, फिर भी बुकिंग नहीं बढ़ी। व्यापारी समुदाय इसे सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों का नतीजा मान रहा है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो नैनीताल का पर्यटन उद्योग गहरी मार झेल सकता है।

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झूठी खबरें और वीडियो फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम

मिली जानकारी के मुताबिक,  स्थानीय कारोबारियों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से गुहार लगाई है कि झूठी खबरें और वीडियो फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि सरोवर नगरी की पहचान फिर से लौट सके।

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