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गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं की भीड़, रामनगर में समाजसेवियों ने बांटी शिकंजी और शरबत

देशभर में गंगा दशहरा के मौके पर देशभर में गंगाघाटो पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं की भीड़, रामनगर में समाजसेवियों ने बांटी शिकंजी और शरबत

रामनगर: देशभर में गंगा दशहरा के मौके पर देशभर में गंगाघाटो पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। कुछ ऐसा ही नजारा उत्तराखंड में भी दिखा जहां गुरुवार को गंगा दशहरा के पावन पर्व पर रामनगर सहित आस-पास के क्षेत्रों में धार्मिक उल्लास और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला। इस अवसर पर रामनगर से कुछ ही दूरी पर स्थित सुप्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु न केवल उत्तराखंड से, बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों से भी माँ गर्जिया के दर्शन हेतु पहुंचे।

गर्जिया मंदिर की तलहटी में बह रही कोसी नदी में स्नान कर श्रद्धालुओं ने पुण्य लाभ प्राप्त किया और मां गर्जिया की पूजा-अर्चना कर सुख-शांति की कामना की। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन और पुलिस की ओर से विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, जिससे भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित किया जा सके।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गर्मी के इस मौसम में श्रद्धालुओं को राहत देने के उद्देश्य से रामनगर के समाजसेवी पवन जैन ने मुख्य बाजार क्षेत्र में शिकंजी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने बताया कि यह सेवा कार्य वह पिछले आठ वर्षों से लगातार गंगा दशहरा के अवसर पर करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रेरणा उन्हें उनके पूर्वजों से मिली है, और अब यह एक वार्षिक परंपरा बन चुकी है।

पवन जैन ने कहा, “गर्मी में श्रद्धालुओं को राहत देने और सामाजिक सेवा के भाव से यह आयोजन किया जाता है। यह एक छोटा प्रयास है, लेकिन लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाना हमारे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है। आने वाले वर्षों में इसे और बड़े स्तर पर किया जाएगा।”

इसके अतिरिक्त रामनगर नगर क्षेत्र में अन्य समाजसेवियों और संस्थाओं द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर शरबत वितरण, पेयजल स्टॉल और भंडारों का आयोजन किया गया। स्थानीय युवाओं ने भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहे।

गंगा दशहरा पर्व ने न केवल धार्मिक आस्था को और प्रबल किया, बल्कि सामाजिक सौहार्द और सेवा की भावना को भी सशक्त किया। रामनगर की जनता ने एकजुट होकर पर्व को सफल और यादगार बनाया।

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