Haridwar: श्रावण मास और शिवरात्रि के पावन अवसर पर हरिद्वार में आयोजित विश्व प्रसिद्ध कांवड़ मेला 2025 ऐतिहासिक भव्यता और पूर्ण सौहार्द के साथ संपन्न हो गया। करोड़ों शिवभक्तों की आस्था और प्रशासन की कुशल व्यवस्था ने इस बार के मेले को यादगार बना दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मेले के सफल समापन के अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह डोभाल ने हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड पर मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना कर डुगडाभिषेक किया और गंगा मां से जनकल्याण का आशीर्वाद लिया। इसके उपरांत दोनों अधिकारी श्री दक्षिणेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित कर विशेष जलाभिषेक किया और महादेव की आराधना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि इस बार के कांवड़ मेले में रिकॉर्ड लगभग 4 करोड़ 50 लाख शिवभक्त हरिद्वार पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मां गंगा से पवित्र जल लेकर विभिन्न राज्यों में स्थित शिवालयों में जलाभिषेक के लिए कांवड़ यात्रा प्रारंभ की। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बावजूद कोई बड़ी घटना न होना प्रशासन की कड़ी मेहनत और मां गंगा-महादेव की कृपा का प्रतीक है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह डोभाल ने कहा कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष प्रबंध किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल, सिविल डिफेंस, जल पुलिस, एनडीआरएफ और ड्रोन से निगरानी की गई। इसके अलावा हरिद्वार नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने भी साफ-सफाई और चिकित्सा सेवाओं में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कांवड़ मेले के प्रबंधन के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गईं। प्रशासन के बेहतर तालमेल और आम नागरिकों के सहयोग से यह आयोजन ऐतिहासिक सफल साबित हुआ।
शिवरात्रि पर गंगा तट से लेकर शिवालयों तक हर हर महादेव के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा। श्रद्धालुओं ने मां गंगा और भगवान शिव से परिवार और समाज की सुख-शांति की कामना की। ऐतिहासिक कांवड़ मेले के शांतिपूर्ण समापन ने देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक छवि को और प्रखर कर दिया है।