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गोरखपुर के खजनी तहसील में तहसीलदार की अभद्रता से मचा बवाल, कर्मचारियों में आक्रोश, हड़ताल की तैयारी

गोरखपुर जिले के खजनी तहसील में एक बार फिर तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह के खिलाफ गंभीर विवाद सामने आया है। इस बार कारण बनी है उनकी कथित अभद्रता और गाली-गलौज, जिसने तहसील परिसर को आक्रोश का अखाड़ा बना दिया है। कर्मचारी संगठन के सदस्य हड़ताल की तैयारी में जुट गए हैं और अब यह मामला प्रशासन के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है।
Post Published By: सौम्या सिंह
Published:
गोरखपुर के खजनी तहसील में तहसीलदार की अभद्रता से मचा बवाल, कर्मचारियों में आक्रोश, हड़ताल की तैयारी

Gorakhpur: गोरखपुर का खजनी तहसील एक बार फिर सुर्खियों में है और इस बार वजह है तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह की कथित अभद्रता और गाली-गलौज। तहसील परिसर में माहौल इस कदर गरम है कि कर्मचारी हड़ताल की तैयारी में जुट गए हैं। ताजा विवाद ने तहसील को आक्रोश का अखाड़ा बना दिया है और हर कोई प्रशासन के अगले कदम का इंतजार कर रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह बात शुरू हुई एक पुरानी पत्रावली से, जो उप जिलाधिकारी (एसडीएम) खजनी के न्यायालय से तहसीलदार के पास स्थानांतरित होनी थी। इस पत्रावली को लेकर तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह ने एसडीएम के पेशकार सुशील श्रीवास्तव को निशाना बनाया। सूत्रों के मुताबिक, तहसीलदार ने पहले तो अपने न्यायालय में पेशकार को बुलाकर अपशब्दों की बौछार की। लेकिन उनका गुस्सा यहीं नहीं थमा। वे एसडीएम के न्यायालय में पहुंचे और सुशील श्रीवास्तव को सरेआम “ऐसी की तैसी” जैसी अभद्र भाषा में गालियां दीं।

मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों में आक्रोश

यह घटना आग की तरह फैली और तहसील के मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों में आक्रोश भड़क उठा। देर रात तक कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी की। सुशील श्रीवास्तव ने इस अपमान जनक व्यवहार की शिकायत मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष से की, जिसके बाद मामला और तूल पकड़ गया।

हड़ताल की तैयारी

आज सुबह से खजनी तहसील में तनाव का माहौल है। कर्मचारियों ने शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक तालाबंदी कर दी है। यूनियन ने जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपने के लिए बैठक बुलाई है, जिसमें तहसीलदार को तत्काल हटाने की मांग उठ रही है। कर्मचारी और पेशकार हड़ताल पर जाने को तैयार हैं और साफ कह रहे हैं कि जब तक तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे चुप नहीं बैठेंगे।

एसडीएम की चुप्पी ने बढ़ाया विवाद

जब मीडिया ने इस मामले पर खजनी के एसडीएम से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। उनका कहना था कि उन्हें इस घटनाक्रम की कोई जानकारी नहीं है। एसडीएम की इस “अनजान बनने” की रणनीति ने कर्मचारियों का गुस्सा और भड़का दिया। कर्मचारियों का कहना है कि तहसील में ऐसी घटना हो और एसडीएम को पता न हो, यह बात हजम करना मुश्किल है।

पहले भी विवादों में रहे हैं तहसीलदार

यह पहली बार नहीं है जब ध्रुवेश कुमार सिंह विवादों के घेरे में आए हैं। इससे पहले गोरखपुर सदर तहसील में एक यूट्यूब पत्रकार (जो पेपर एजेंट भी बताया गया) को फोन पर गाली देने का मामला सामने आया था। उस वक्त वायरल हुए ऑडियो ने खूब हंगामा मचाया था और पत्रकारों ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन किया था। तब उनका तबादला खजनी तहसील में कर दिया गया, लेकिन लगता है कि तबादले से उनके तेवर में कोई बदलाव नहीं आया।

अब क्या होगा आगे?

खजनी तहसील में हालात विस्फोटक हैं। कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है और अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया तो बड़ा आंदोलन शुरू हो सकता है। मामला अब जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों तक पहुंच चुका है। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस बार सख्त कार्रवाई करेगा या फिर पहले की तरह मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा?

लोगों की नजरें प्रशासन पर

खजनी तहसील का यह ड्रामा अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन चुका है। आम लोग भी सोशल मीडिया और चाय की दुकानों पर तहसीलदार की इस “गालीबाजी” की निंदा कर रहे हैं। हर कोई यह जानना चाहता है कि क्या तहसीलदार की अभद्रता पर लगाम लगेगी या यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।

 

 

 

 

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