जालौन पुलिस की वर्दी पर लगे दाग को आईजी ने हटाया, जानें पूरा मामला

जालौन में पीड़ित महिला से आपत्तिजनक व्हाट्सएप चैटिंग और अनैतिक व्यवहार के आरोप में ऐट थाना के दरोगा नरेंद्र कुमार को आईजी के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है। जनसुनवाई में शिकायत के बाद यह सख्त कार्रवाई की गई।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 20 December 2025, 10:54 PM IST

Jalaun: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला एक गंभीर और शर्मनाक मामला सामने आया है। पीड़ित महिला से आपत्तिजनक व्हाट्सएप चैटिंग और अनैतिक व्यवहार के आरोप में ऐट थाना में तैनात दरोगा नरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई आईजी आकाश कुलहरि द्वारा की गई, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।

क्या है मामला?

पीड़ित महिला अपने एक पारिवारिक विवाद के सिलसिले में ऐट थाना में तैनात दरोगा नरेंद्र कुमार के संपर्क में थी। महिला का आरोप है कि दरोगा ने उसे न्याय दिलाने के बजाय समझौते के लिए अनैतिक दबाव बनाना शुरू कर दिया। शुरुआत में बातचीत सामान्य रही, लेकिन धीरे-धीरे दरोगा का व्यवहार बदलता चला गया और वह मर्यादा की सभी सीमाएं लांघने लगा।

महिला को काफी परेशान किया

महिला का कहना है कि दरोगा नरेंद्र कुमार ने उसे बार-बार आपत्तिजनक व्हाट्सएप संदेश भेजे और निजी बातचीत के बहाने अनुचित बातें करने लगा। इस व्यवहार से महिला मानसिक रूप से काफी परेशान और आहत हो गई। उसने कई बार दरोगा को ऐसा न करने के लिए कहा, लेकिन उसके बावजूद दरोगा अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।

आईजी आकाश कुलहरि के सामने अपनी शिकायत रखी

लंबे समय तक मानसिक प्रताड़ना सहने के बाद पीड़ित महिला ने हिम्मत जुटाई और जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान सीधे आईजी आकाश कुलहरि के सामने अपनी शिकायत रखी। महिला ने दरोगा के साथ हुई पूरी व्हाट्सएप चैटिंग के स्क्रीनशॉट, कॉल डिटेल्स और अन्य साक्ष्य भी आईजी को सौंपे। महिला ने साफ तौर पर बताया कि पुलिस अधिकारी से उसे सुरक्षा और न्याय की उम्मीद थी, लेकिन वही अधिकारी उसकी मजबूरी का फायदा उठाने लगा।

आईजी ने तत्काल एक्शन लिया

मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने तत्काल सख्त रुख अपनाया। प्रथम दृष्टया उपलब्ध साक्ष्यों को आधार बनाते हुए उन्होंने दरोगा नरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही मामले की विस्तृत विभागीय जांच के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषी को सख्त सजा मिल सके।

आईजी आकाश कुलहरि का सख्त आदेश

जनसुनवाई के बाद आईजी आकाश कुलहरि ने कोतवाली उरई का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि पीड़ितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार, अनुशासनहीनता या पद का दुरुपयोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का मूल कर्तव्य जनता को न्याय दिलाना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है, न कि उनकी मजबूरी का फायदा उठाना।

दरोगा नरेंद्र कुमार के खिलाफ कार्रवाई शुरू

आईजी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जांच में दरोगा नरेंद्र कुमार के खिलाफ अन्य गंभीर तथ्य सामने आते हैं तो उसके खिलाफ और भी कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस विभाग में जवाबदेही और अनुशासन को लेकर एक सख्त संदेश गया है। वहीं, इस कार्रवाई से आम जनता में यह भरोसा भी जगा है कि शिकायत करने पर निष्पक्ष कार्रवाई संभव है।

Location : 
  • Jalaun

Published : 
  • 20 December 2025, 10:54 PM IST