

सीआईएससीई का परिणाम आज बुधवार को जारी किया गया। जिसमें गाजीपुर में सेंट जॉन्स स्कूल के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
गाजीपुर में प्रांजल और दिव्यांशी ने किया टॉप
गाजीपुर: काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने बुधवार को ICSE और ISC परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए। गाजीपुर जिले के छात्रों ने इन परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस बार सेंट जॉन्स स्कूल की छात्रा दिव्यांशी श्रीवास्तव ने ISC की 12वीं कक्षा में शानदार 96.40 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुए जिले में टॉप किया। वहीं, ICSE 10वीं में प्रांजल सिंह कुशवाहा ने 96.22 प्रतिशत अंक के साथ अपनी पहचान बनाई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दिव्यांशी श्रीवास्तव, जो कि विज्ञान स्ट्रीम से हैं, ने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और अपने शिक्षकों के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा, "मेरे माता-पिता और शिक्षकों का समर्थन हमेशा मेरे साथ रहा। मैंने नियमित अध्ययन और समय प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया, जिसके कारण मुझे यह सफलता मिली।"
दूसरी ओर, प्रांजल सिंह कुशवाहा, जो कि सेंट जॉन्स स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्र हैं, ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और परिवार के समर्थन को दिया। उन्होंने कहा, "मैंने अपने समय को सही तरीके से मैनेज किया और कठिन विषयों पर ध्यान दिया। मेरी सफलता मेरे प्रयासों और शिक्षकों के मार्गदर्शन का परिणाम है।"
सेंट जॉन्स स्कूल के प्रबंधन ने विद्यार्थियों की इस सफलता पर गर्व महसूस किया। स्कूल के 12वीं कक्षा के परिणाम अनुसार, कुल 145 में से 144 छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जबकि एक छात्र अनुत्तीर्ण रहा। इसी प्रकार, 10वीं कक्षा में 214 छात्राओं में से 213 छात्राएं उत्तीर्ण हुईं, जिसमें एक छात्रा अनुत्तीर्ण हुई। स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि यह नतीजे दर्शाते हैं कि छात्रों ने कड़ी मेहनत की है और स्कूल के शिक्षकों ने भी उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दिया है।
दिव्यांशी और प्रांजल के अलावा, सेंट जॉन्स स्कूल की एक और छात्रा आराध्या वर्मा ने ISC की 12वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम से 84.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।
छात्रों के परीक्षा परिणामों ने गाजीपुर जिले की शैक्षिक सफलता को नया आयाम दिया है। छात्रों के इस परिणामों ने यह भी स्पष्ट किया है कि गाजीपुर के छात्र अपनी मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। छात्रों ने कड़ी मेहनत की है और स्कूल के शिक्षकों ने भी उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दिया है।