Sonbhadra: जिले के कोन थाना क्षेत्र अंतर्गत करईल गांव में उस समय कोहराम मच गया जब गुजरात से एक युवक का शव गांव पहुंचा। मृतक की पहचान आशीष कुमार (पुत्र कामेश्वर शर्मा) के रूप में हुई है, जो कुछ ही दिन पहले नौकरी के लिए गुजरात के अहमदाबाद गया था। वह एक निजी ठेकेदार त्रिभूती सिंह के अधीन कार्य कर रहा था। अचानक उसकी मौत की खबर जब गांव पहुंची, तो परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। शव के गांव पहुंचते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्रामीणों ने जैसे ही शव को एंबुलेंस में देखा, तो पूरे गांव में मातम पसर गया। परिजनों के चीख-पुकार से माहौल बेहद गमगीन हो गया। वहीं, युवक की मौत की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। लोगों ने मुआवजे की मांग करते हुए एंबुलेंस को गांव में ही रोक लिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने रोकी एंबुलेंस, ठेकेदार पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार त्रिभूती सिंह द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट और गेटपास अपने पास रख लिए जिस वजह से परिजन शासकीय सहायता और आवश्यक कार्यवाही से वंचित रह गए हैं। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि बिना कागजात के न तो मुआवजा मिल पाएगा और न ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी।
युवक का शव देख परिजनों में मचा कोहराम
इस बीच सूचना पर कोन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य आवश्यक दस्तावेज जल्द उपलब्ध कराए जाएंगे तथा मुआवजे की प्रक्रिया भी नियमानुसार पूरी कराई जाएगी।
मृतक आशीष कुमार अपने पीछे पत्नी के साथ दो छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गया है। अब परिवार के सामने रोजी-रोटी का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। परिजन व ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दी जाए।
इस दुखद घटना ने करईल गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे मामलों में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और अधिकार सुनिश्चित किए जाएं।

