Gorakhpur: रामपुरवा इंटर कॉलेज का धूमधाम से मनाया स्थापना दिवस, विज्ञान प्रदर्शनी रही आकर्षण का केंद्र

रामपुरवा इंटर कॉलेज में दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का भव्य शुभारंभ हुआ। विज्ञान प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाट्य मंचन ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम ने शिक्षा, संस्कार और रचनात्मकता का संदेश दिया।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 24 December 2025, 12:56 AM IST

Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के खजनी क्षेत्र स्थित रामपुरवा इंटर कॉलेज के प्रांगण में मंगलवार को एजुकेशनल सोसाइटी के तत्वावधान में विद्यालय का दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह भव्य रूप से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय परिसर उत्साह, रचनात्मकता और शैक्षणिक गतिविधियों से सराबोर नजर आया। स्थापना दिवस समारोह में विज्ञान प्रदर्शनी, छात्र-छात्राओं की कलाकृतियों का प्रदर्शन, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा शिक्षाप्रद नाट्य मंचन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।

मां सरस्वती के पूजन से हुआ कार्यक्रम का उद्घाटन

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक प्रह्लाद यादव के नेतृत्व में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य सत्यनारायण दुबे ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वातावरण प्रदान किया।

छात्र-छात्राओं की सांस्कृतिक और रचनात्मक प्रस्तुतियां

समारोह के दौरान छात्र-छात्राओं ने अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। रंग-बिरंगे परिधानों में प्रस्तुत सांस्कृतिक नृत्य, शैक्षिक नाट्य मंचन और संदेशपरक प्रस्तुतियों ने उपस्थित अतिथियों और अभिभावकों का मन मोह लिया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाट्य कार्यक्रमों में शिक्षा, अनुशासन और सामाजिक मूल्यों का प्रभावशाली संदेश दिया गया, जिसे सभी ने सराहा।

विद्यालय के संघर्षपूर्ण इतिहास को किया याद

मुख्य अतिथि सत्यनारायण दुबे ने अपने संबोधन में विद्यालय के संघर्षपूर्ण इतिहास को साझा किया। उन्होंने बताया कि लगभग 35 वर्ष पूर्व जब वे आयोग से यहां नियुक्त होकर आए थे, उस समय विद्यालय की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। न तो विद्यालय तक पहुंचने के लिए समुचित मार्ग था और न ही आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध थीं। सीमित संसाधनों के बावजूद निरंतर प्रयासों से कक्षाओं का निर्माण कराया गया और शिक्षा की नींव को मजबूत किया गया।

शिक्षा को बताया मंदिर के समान

अपने प्रेरणादायी संबोधन में सत्यनारायण दुबे ने कहा, “कॉलेज एक मंदिर है और मंदिर में पवित्र विचारों की आवश्यकता होती है। एक गलत सोच पूरी व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है, जैसे एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है।” उन्होंने छात्रों से अनुशासन, संस्कार और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।

विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रबंधक का गर्व

विद्यालय के प्रबंधक प्रह्लाद यादव ने मुख्य अतिथि के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए विद्यालय को निरंतर प्रगति की ओर ले जाया गया है। उन्होंने गर्वपूर्वक बताया कि विद्यालय परिसर एवं आसपास कोई व्यावसायिक दुकान नहीं है, इसके बावजूद यहां के विद्यार्थियों ने अपनी मेहनत और लगन से विद्यालय को पहचान दिलाई है। विद्यालय की दो छात्राएं जिला टॉपर रह चुकी हैं, जो संस्थान की शैक्षणिक गुणवत्ता और शिक्षकों की मेहनत का प्रमाण है।

विज्ञान प्रदर्शनी रही आकर्षण का केंद्र

समारोह के दौरान मुख्य अतिथि ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया और छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई परियोजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों की रचनात्मक सोच और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

गरिमामय उपस्थिति और प्रेरक संदेश

इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व शिक्षक राजेंद्र मणि त्रिपाठी, बहुरिपार इंटर कॉलेज के पूर्व शिक्षक केशव मिश्रा सहित अन्य शिक्षकगण, अभिभावक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। स्थापना दिवस का यह आयोजन शिक्षा, संस्कार और सृजनशीलता का सशक्त संदेश देता नजर आया।

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  • Gorakhpur

Published : 
  • 24 December 2025, 12:56 AM IST