UP News: रायबरेली में हुई हत्या को लेकर ये क्या बोले राहुल गांधी और खरगे, जानें पूरी खबर

सांसद राहुल गांधी व राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने संयुक्त रूप से ऊंचाहार हत्या की निंदा की है। “हमारे देश में एक संविधान है, जो हर इंसान को समानता के भाव से पहचानता है। एक कानून है, जो हर नागरिक की सुरक्षा, उसके अधिकार और उसकी अभिव्यक्ति को समान दर्जा देता है।”

Post Published By: ईशा त्यागी
Updated : 7 October 2025, 4:50 PM IST

Raebareli: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रायबरेली में हरिओम की पीट-पीटकर हुई हत्या की कड़ी निंदा करते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया है।

न्याय दिलाने की बात

राहुल गांधी ने 'एक्स' पर इसे "इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या" बताया। उन्होंने कहा कि आज भारत में दलितों, आदिवासियों, मुसलमानों, पिछड़ों और गरीबों को निशाना बनाया जा रहा है, जिनकी आवाज कमजोर है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में नफरत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है, जहां संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली है। उन्होंने हरिओम के परिवार के साथ खड़े होने और उन्हें न्याय दिलाने की बात कही।

देश-समाज पर कलंक

खरगे ने इस हत्या को "निर्मम और क्रूर" बताते हुए, इसे संविधान के प्रति घोर अपराध और देश-समाज पर कलंक बताया। संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि देश में दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर अपराध हद से ज्यादा बढ़ चुके हैं। उन्होंने वक्तव्य में हाथरस, उन्नाव, रोहित वेमुला और अखलाक की हत्या जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा गया कि मॉब लिंचिंग, बुलडोजर अन्याय और भीड़तंत्र 2014 के बाद से "भयावह पहचान" बन चुके हैं।

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कांग्रेस पार्टी ने की कड़ी निंदा

वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम और क्रूर हत्या की कांग्रेस पार्टी कड़ी से कड़ी निंदा करती है। उनका संयुक्त वक्तव्य - "हमारे देश में एक संविधान है, जो हर इंसान को समानता के भाव से पहचानता है। एक कानून है, जो हर नागरिक की सुरक्षा, उसके अधिकार और उसकी अभिव्यक्ति को समान दर्जा देता है। जो रायबरेली में हुआ, वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। दलित समुदाय के प्रति अपराध है और इस देश व समाज पर कलंक है। देश में दलितों, अल्पसंख्यकों और ग़रीबों पर अपराध की संख्या हद से ज़्यादा बढ़ चुकी है। यह हिंसा सबसे अधिक उन्हीं पर होती है जो वंचित हैं, बहुजन हैं, जिनकी न पर्याप्त हिस्सेदारी है, न प्रतिनिधित्व।"

Location : 
  • Raebareli

Published : 
  • 7 October 2025, 4:50 PM IST