

रायबरेली में दो दिन की बारिश के बाद जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने गोशालाओं की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान पशुओं के लिए साफ-सफाई, चारा-पानी, चिकित्सा व्यवस्था और पानी निकासी को दुरुस्त करने के आदेश दिए।
अधिकारियों का निरीक्षण
Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद, जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने गोशालाओं की स्थिति की समीक्षा करने और उन्हें बेहतर बनाने के लिए कड़े निर्देश दिए। जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ और सभी तहसीलों के उप जिलाधिकारियों ने जिले भर के गौशालाओं का औचक निरीक्षण किया।
गोशालाओं में सुधार की दिशा में कदम
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि मवेशियों को खुले में न रखा जाए, और गोशालाओं में कीचड़ की समस्या से बचने के लिए पानी की निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि गौशालाओं में चारा, पानी, चिकित्सा सुविधा, शेड और प्रकाश व्यवस्था ठीक से काम कर रहे हों। इसके अलावा, जहाँ भी किसी कमी का पता चला, उसे शीघ्र सुधारने का आदेश दिया गया।
पशुओं की देखभाल पर विशेष ध्यान
इसके साथ ही, जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखा जाए और उनका उचित इलाज किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी गोशालाओं में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था और शेड की अच्छी स्थिति हो, ताकि बारिश के दौरान कोई दिक्कत न हो।
जलभराव की समस्या का समाधान
गोशालाओं में जलभराव की समस्या का समाधान भी तत्काल किए जाने की बात की गई। संबंधित ब्लॉक और नगर पंचायत अधिकारियों को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में गोशालाओं की स्थिति की सख्ती से निगरानी करें और जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त रखें।
अधिकारियों का निरीक्षण
सोमवार को, विकास खंड राही के अंतर्गत 6 निराश्रित गौवंश आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण में परियोजना निदेशक सतीश प्रसाद मिश्र, सहायक विकास अधिकारी दिनेश कुमार, बीडीओ गौरी राठौर और पशु चिकित्साधिकारी सहित ग्राम पंचायत सचिवों ने भी अपने-अपने क्षेत्र के गौशालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान बारिश के मद्देनजर गौवंश आश्रय स्थलों की सफाई, पानी निकासी, तिरपाल की व्यवस्था, चारा-भूसा की आपूर्ति और रात्रि में केयर टेकर की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने की दिशा में कई अहम निर्णय लिए गए।
जिलाधिकारी का दृष्टिकोण
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने इस निरीक्षण के दौरान कहा कि मवेशियों की देखभाल, सुरक्षा और सुविधा प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि गोशालाओं में कोई कमी न रह जाए और मवेशियों के लिए सुरक्षित एवं स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित किया जाए।