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Pahalgam Terror Attack: प्रतापगढ़ में अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश, पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ फूंका विरोध का बिगुल

प्रतापगढ़ जिले में अधिवक्ताओं ने घटना में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Pahalgam Terror Attack: प्रतापगढ़ में अधिवक्ताओं ने जताया आक्रोश, पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ फूंका विरोध का बिगुल

प्रतापगढ़: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए दर्दनाक आतंकी हमले से पूरे देश में गम और गुस्से की लहर है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में अधिवक्ताओं ने घटना में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया। यह कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर स्थित संकटमोचन धाम में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित महासचिव रविंद्र सिंह ने की।

आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश

शोक सभा में बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल हुए। बैठक की शुरुआत मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट के मौन से हुई। इसके बाद वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए एक स्वर में आतंकवाद की निंदा की और भारत सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। अधिवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है जब देश को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।

पुतला दहन का ऐलान

इस शोक सभा में यह भी निर्णय लिया गया कि अधिवक्ता संघ अगली सुबह पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला जलाएगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक यह संदेश पहुंचे कि भारत के लोग आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ एकजुट हैं। इस प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन के माध्यम से अधिवक्ता समुदाय ने शहीदों के प्रति अपनी संवेदना और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

प्रमुख अधिवक्ताओं की उपस्थिति

शोकसभा में ग्रामीण बार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मुक्तेश्वरनाथ ओझा, जूनियर बार के पूर्व महासचिव जय प्रकाश मिश्र, जिला बार अध्यक्ष अंजनी सिंह बाबा प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इसके अलावा रामसकल शुक्ला, अनिल पांडेय, पवन मिश्रा, विनय सिंह, अनुपम श्रीवास्तव, दीपेंद्र प्रताप सिंह, कैलाश शुक्ला, कमल शुक्ला और विनोद मिश्रा जैसे वरिष्ठ अधिवक्ता भी मौजूद रहे।

अधिवक्ताओं ने उठाई सरकार से मांग

बैठक में वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि न केवल आतंकवादियों के खिलाफ सख्त सैन्य कार्रवाई की जाए, बल्कि आतंकवाद का खुलेआम समर्थन करने वाले पाकिस्तान जैसे देशों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग किया जाए। अधिवक्ताओं ने यह भी सुझाव दिया कि देश के आंतरिक सुरक्षा ढांचे को और मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक आह्वान

शोक सभा का समापन ‘भारत माता की जय’ और ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ जैसे नारों के साथ हुआ। अधिवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि वे न केवल कानूनी लड़ाई में बल्कि राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा की लड़ाई में भी हमेशा अग्रणी भूमिका निभाएंगे।

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