Chandauli: वाराणसी के बाद अब चंदौली जिले के तटवर्ती इलाकों में गंगा नदी का पानी आबादी तक पहुंचने लगा है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन गई है। पीडीडीयू नगर तहसील क्षेत्र के बहादुरपुर और रतनपुर गांव गंगा के पानी से प्रभावित हो चुके हैं। ग्रामीणों में भय का माहौल है, वहीं जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है।
गंगा की उफनती धारा ने बढ़ाई चिंता
शनिवार को एसडीएम अनुपम मिश्रा और मुगलसराय से बीजेपी विधायक रमेश जायसवाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। दोनों अधिकारियों ने गांव में जाकर हालात का जायजा लिया और ग्रामीणों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। विधायक नाव के जरिए गांव के भीतर पहुंचे और वहां फंसे लोगों से मिलकर उनकी परेशानियों को जाना।
विधायक रमेश जायसवाल ने कहा, सरकार और प्रशासन मिलकर हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हर परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा और खाने-पीने व स्वास्थ्य की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
विधायक और एसडीएम ने किया दौरा
एसडीएम अनुपम मिश्रा ने भी बताया कि बहादुरपुर और रतनपुर गांव में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक टीमें सक्रिय हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बहुद्देश्यीय राहत केंद्र और बाढ़ चौकियों को एक्टिव किया गया है। स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग और तहसील प्रशासन के कर्मचारी लगातार निगरानी में जुटे हुए हैं।
प्रशासन ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर भारत केंद्र जैसे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें, जहां उनके लिए ठहरने, भोजन और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है।
बाढ़ से बेहाल बहादुरपुर-रतनपुर
इधर सकलडीहा तहसील क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के सिवान में भी गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं। प्रशासन ने इन इलाकों के लिए भी विशेष निगरानी और आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी तरह की महामारी या जलजनित बीमारी का खतरा न हो। पशुओं के चारे और उनके इलाज की व्यवस्था भी तेजी से की जा रही है।
बाढ़ प्रभावित लोगों ने कहा, हमारी जिंदगी इस बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो गई है। प्रशासन और नेताओं की मदद जरूरी है। नाव से राहत सामग्री और अधिकारी पहुंचे हैं, जिससे थोड़ी राहत महसूस हो रही है। फिलहाल, प्रशासन की ओर से यह भरोसा दिया गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है और हर गांव की निगरानी लगातार की जा रही है।