जनपद में आईजीआरएस (एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली) के तहत दर्ज शिकायतों के निस्तारण में घोर लापरवाही सामने आने पर पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने चार चौकी प्रभारियों से स्पष्टीकरण तलब कर उनकी जवाबदेही तय करने का आदेश दिया।

Igrs की समीक्षा करते एसपी
Maharajganj: जनपद में आईजीआरएस के तहत दर्ज शिकायतों के निस्तारण में घोर लापरवाही सामने आने पर पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने चार चौकी प्रभारियों से स्पष्टीकरण तलब कर उनकी जवाबदेही तय करने का आदेश दिया।
शनिवार को आयोजित आईजीआरएस समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने पाया कि शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता और समयबद्धता को लेकर गंभीर खामियां हैं। इसके चलते चौकी प्रभारियों से जवाब मांगा गया। स्पष्टीकरण तलब किए गए चौकी प्रभारियों में धर्मेंद्र जैन (सदर), उमाकांत सरोज (सिसवा), मनीष तिवारी (अड्डा बाजार) और आलोक कुमार राय (धानी) शामिल हैं।
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पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने स्पष्ट किया कि आईजीआरएस पर प्राप्त प्रत्येक शिकायत का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि लापरवाही किसी भी अधिकारी द्वारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने यह भी कहा कि जन शिकायतों का त्वरित और उचित समाधान पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिकायतों के समय पर निस्तारण और गुणवत्ता सुनिश्चित करना पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की शिकायतों का निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करें और किसी भी प्रकार की कोताही को सहन नहीं किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से जिले में आईजीआरएस प्रणाली की कार्यक्षमता और जवाबदेही बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है। अधिकारियों और चौकी प्रभारियों के लिए यह चेतावनी भी है कि जनता की शिकायतों की अनदेखी या समय पर निस्तारण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कुल मिलाकर, महराजगंज में पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा की सख्त कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि जन शिकायतों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को प्राथमिकता दी जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।