Maharajganj: भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बलों की चौकसी एक बार फिर रंग लाई, जब सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने नेपाल से अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे एक चीनी नागरिक को दबोच लिया। यह कार्रवाई रविवार शाम करीब 4 बजे सोनौली बॉर्डर के बदनाम “दो नंबर गली” मार्ग पर हुई, जहां से पहले भी कई बार अवैध गतिविधियां पकड़ी जा चुकी हैं।
गश्त के दौरान संदिग्ध पर पड़ी नजर
जानकारी के मुताबिक, एसएसबी की 22वीं वाहिनी के जवान सीमा पर पगडंडी मार्गों की नियमित निगरानी कर रहे थे। इस दौरान उन्हें एक व्यक्ति संदिग्ध हालात में नेपाल से भारत में घुसते देखा गया। जवानों ने तुरंत उसे रोका और पहचान पत्र की मांग की।
चीनी पासपोर्ट और नेपाली वीजा बरामद
जांच में व्यक्ति ने अपना नाम झांग योंग (62 वर्ष), निवासी शांक्सी, चीन बताया। उसके पास से चीनी पासपोर्ट (नंबर: EN3034125, जारी: 15-11-2024, समाप्ति: 14-11-2034) और नेपाली टूरिस्ट वीजा (नंबर: T250459006, जारी: 25-07-2025, समाप्ति: 22-10-2025) बरामद हुआ। लेकिन भारत में प्रवेश के लिए आवश्यक वीजा उसके पास नहीं था। झांग ने पूछताछ में बताया कि वह पिछले चार दिनों से नेपाल के लुंबिनी स्थित पवित्र मंदिर में ठहरा हुआ था और वहां से गुप्त तरीके से भारत में प्रवेश की योजना बना रहा था।
स्थानीय पुलिस को सौंपा गया आरोपी
एसएसबी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया और सोनौली कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। कोतवाली प्रभारी अजित प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अवैध प्रवेश और पासपोर्ट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, “हम यह भी जांच कर रहे हैं कि उसका भारत आने का असल मकसद क्या था और कहीं इसके पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं।”
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
सोनौली बॉर्डर का “दो नंबर गली” रास्ता लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती रहा है। यहां से पहले भी तस्करी, अवैध घुसपैठ और प्रतिबंधित सामान की आवाजाही के मामले सामने आते रहे हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह मार्ग अक्सर ऐसे लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जो आधिकारिक चेकपोस्ट से बचना चाहते हैं।
सतर्कता से टला संभावित खतरा
एसएसबी अधिकारियों का कहना है कि अगर समय रहते इस व्यक्ति को नहीं पकड़ा जाता, तो यह सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता था। घटना के बाद सीमा पर निगरानी और गश्त और अधिक कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने संकेत दिया है कि जांच पूरी होने के बाद झांग योंग को अदालत में पेश किया जाएगा। यह गिरफ्तारी न केवल सुरक्षा बलों की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि इसने सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत को भी रेखांकित किया है।