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Maharajganj News: जनता हॉस्पिटल पर ACMO का शिकंजा; भारी अनियमितताओं के बीच पंजीकरण रद्द

महराजगंज नगर में स्थित जनता हॉस्पिटल में एसीएमओ ने शिकंजा कसते हुए तत्काल लाइसेंस निरस्त कर दिया है। साथ ही साथ स्पष्टीकरण भी तलब किया है। गंभीर अनियमितताओं के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया है।
Post Published By: Rohit Goyal
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Maharajganj News: जनता हॉस्पिटल पर ACMO का शिकंजा; भारी अनियमितताओं के बीच पंजीकरण रद्द

महराजगंज: जिले में निजी अस्पतालों की मनमानी और मरीजों के साथ लापरवाही पर स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। महराजगंज नगर के शास्त्री नगर, रिलायंस ट्रेंड्स के पीछे स्थित जनता हॉस्पिटल पर ACMO (अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजेश द्विवेदी) की छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए। गंभीर अनियमितताओं के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, 2 अगस्त 2025 को नोडल अधिकारी, प्राइवेट हॉस्पिटल, महराजगंज ने जनता हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल का नामित चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं था, जबकि एक मरीज भर्ती मिला। मरीज की बीएचटी (Bed Head Ticket) अधूरी पाई गई, जो चिकित्सा मानकों का खुला उल्लंघन है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के आ अनुसार टीम को यह भी सूचना मिली कि जिला संयुक्त चिकित्सालय, महराजगंज के आसपास सक्रिय कुछ दलाल, मरीजों को बहकाकर निजी अस्पतालों में भेज रहे हैं। जांच में सामने आया कि जिला अस्पताल के वीडियो फुटेज में खुद अस्पताल संचालक संदिग्ध गतिविधियों में नजर आए। पूछताछ में उन्होंने सफाई दी कि वह नारियल पानी पीने और रिश्तेदार से मिलने गए थे, लेकिन अधिकारियों ने इसे स्वीकार नहीं किया।

गंभीर मामला तब बना जब अस्पताल के नामित चिकित्सक डॉ. निजामुद्दीन सिद्दीकी ने पहले ही अपना पंजीकरण अस्पताल से हटवा लिया था। इसका मतलब है कि अस्पताल बिना पंजीकृत चिकित्सक के संचालन में था, जो नैदानिक नियमावली का गंभीर उल्लंघन है।

स्वास्थ्य विभाग ने पाया कि अस्पताल में इलाज के नाम पर न तो जरूरी दस्तावेज और न ही योग्य चिकित्सक मौजूद थे। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसे संस्थानों द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस कार्रवाई के बाद जनता हॉस्पिटल का पंजीकरण तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। जिले में अन्य निजी अस्पतालों में भी इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है और कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में और भी अस्पतालों की सख्त जांच होगी।

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