Maharajganj: प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत बुधवार को रोहिन नदी के त्रिमोहानी घाट पर एक भव्य रिवर रैचिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जल संरक्षण और मत्स्य संवर्धन के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जिसमें दो लाख मत्स्य अंगुलिकाओं का संचय कराया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला पंचायत अध्यक्ष रविकान्त पटेल ने किया।
मत्स्य संवर्धन से सशक्त होगा मछुआ समुदाय
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष रविकान्त पटेल ने कहा कि रिवर रैचिंग जैसे प्रयासों से मछुआ समुदाय को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम न केवल मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और आय के नए अवसर भी पैदा करेगा।” पटेल ने कहा कि मत्स्य पालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इससे किसानों के साथ-साथ जलाशयों पर निर्भर हजारों परिवारों को स्थायी आय का स्रोत प्राप्त होता है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नदी पुनर्जीवन अभियान से प्रेरित पहल
जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेशभर में नदी पुनर्जीवन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य मृतप्राय नदियों को पुनर्जीवित करना और उनमें जैविक संतुलन बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि “रोहिन नदी जैसी नदियों में मत्स्य संचय न केवल जल जीवों की रक्षा करता है, बल्कि जल संरक्षण को भी प्रोत्साहित करता है। यह अभियान राज्य के पर्यावरणीय संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है।”
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा
रविकान्त पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाली योजना है। इस योजना के तहत जलाशयों और नदियों में मत्स्य पालन को प्रोत्साहन, आधुनिक तकनीक का उपयोग और मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए प्रशिक्षण जैसी कई सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना खाद्य सुरक्षा और पोषण को भी मजबूत कर रही है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के स्थायी स्रोत बना रही है।
अधिकारियों और समुदाय की सहभागिता
कार्यक्रम में सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार, जिलाध्यक्ष निषाद पार्टी रामनाथ निषाद, मत्स्य निरीक्षक अवधेश कुमार वर्मा, मत्स्य विकास अधिकारी राधेश्याम अतुल सहित बड़ी संख्या में मछुआ समुदाय के लोग उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर नदी में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचय किया और जल संरक्षण एवं मत्स्य संवर्धन का संकल्प लिया।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम
इस रिवर रैचिंग कार्यक्रम ने जिले में पर्यावरण संरक्षण और जल जीव विविधता को बचाने की दिशा में एक नई पहल की है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि नदियों का पुनर्जीवन और मत्स्य उत्पादन दोनों को बढ़ावा मिल सके।

