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Maharajganj Accident: खुटहा-पकड़ी मार्ग पर हादसा: चलती कार पर गिरा शीशम का पेड़

महराजगंज जिले के खुटहा-पकड़ी मार्ग पर मंगलवार दोपहर एक चौंकाने वाला हादसा हुआ, जब हसखोरी महुअवा निवासी जवाहिर वर्मा की चलती अर्टिगा कार पर अचानक एक सूखा शीशम का पेड़ गिर पड़ा।
Post Published By: Rohit Goyal
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Maharajganj Accident: खुटहा-पकड़ी मार्ग पर हादसा: चलती कार पर गिरा शीशम का पेड़

Maharajganj: महराजगंज जिले के खुटहा-पकड़ी मार्ग पर मंगलवार दोपहर एक चौंकाने वाला हादसा हुआ, जब हसखोरी महुअवा निवासी जवाहिर वर्मा की चलती अर्टिगा कार पर अचानक एक सूखा शीशम का पेड़ गिर पड़ा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस हादसे में कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन गनीमत रही कि चालक जवाहिर वर्मा बाल-बाल बच गए और उन्हें कोई चोट नहीं आई। घटना ने आसपास के लोगों में दहशत पैदा कर दी, और यह सड़क किनारे कमजोर पेड़ों की अनदेखी की गंभीरता को उजागर करता है।

कैसे हुआ हादसा?

घटना का समय और स्थान हादसा मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे खुटहा-पकड़ी मुख्य सड़क पर भीखमटोला नहर पुल के पास हुआ।

चलती कार पर पेड़ गिरा

जवाहिर वर्मा अपनी अर्टिगा कार से पकड़ी चौराहे की ओर जा रहे थे, तभी सड़क के किनारे पूर्वी दिशा में स्थित एक बाग से सूखा शीशम का पेड़ उनकी कार पर गिर गया।

कार क्षतिग्रस्त, चालक सुरक्षित पेड़ गिरने से कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन चालक जवाहिर वर्मा ने तुरंत कार से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।

स्थानीय लोगों की तत्परता

हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई। उन्होंने कार को धक्का देकर सड़क किनारे खड़ा किया, ताकि मार्ग में यातायात बाधित न हो। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाग में पानी भराव के कारण पेड़ की जड़ें कमजोर हो गई थीं, जिसके चलते यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क किनारे कई पुराने और सूखे पेड़ खतरे का कारण बने हुए हैं, जिन पर प्रशासन का ध्यान नहीं है।

क्या है सबक?

यह हादसा सड़क किनारे कमजोर और सूखे पेड़ों की अनदेखी की गंभीरता को रेखांकित करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय-समय पर बागों और सड़कों के किनारे पेड़ों की जांच और रखरखाव जरूरी है। यदि इस तरह के पेड़ों को पहले हटाया जाए, तो इस प्रकार के हादसों को रोका जा सकता है। जवाहिर वर्मा की सतर्कता और स्थानीय लोगों की त्वरित मदद ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।

प्रशासन की जिम्मेदारी

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क किनारे खड़े पुराने और सूखे पेड़ों की जांच कर उन्हें हटाया जाए। इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर किया है, क्योंकि इस तरह के खतरे पहले से ही मौजूद थे।

आगे की कार्रवाई

फिलहाल, जवाहिर वर्मा ने पुलिस या प्रशासन में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और रखरखाव के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है। प्रशासन को इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

 

 

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