गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के गोलाबाजार क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। जानीपुर गांव की एक युवती, शबाना, ने कथित तौर पर ब्लैकमेलिंग और लगातार धमकियों के दबाव में आकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। इस सनसनीखेज मामले ने साइबर अपराध और ब्लैकमेलिंग के खतरनाक जाल को उजागर किया है, जो मासूम जिंदगियों को लील रहा है। पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
मामला 14 अगस्त की रात का है, जब शबाना ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके भाई इब्राहिम ने पुलिस को बताया कि जब वह मौके पर पहुंचा, तो शबाना का शव छत की कुंडी से लटक रहा था। आनन-फानन में शव को उतारा गया और पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन असली सनसनी तब मची, जब शबाना के मोबाइल की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए। अज्ञात नंबरों से उसे लगातार धमकियां मिल रही थीं। ब्लैकमेलर पैसे की मांग कर रहे थे और धमकी दे रहे थे कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो उसका अश्लील वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। दबाव में आकर शबाना ने एक खाते में पैसे भी ट्रांसफर किए, लेकिन ब्लैकमेलरों की हवस यहीं नहीं रुकी। उनकी मांगें बढ़ती गईं, और धमकियों का सिलसिला जारी रहा। आखिरकार, मानसिक दबाव और डर से तंग आकर शबाना ने यह खौफनाक कदम उठा लिया।
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डिजिटल सबूतों की बारीकी से पड़ताल
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 308(2) और 108 के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच में मोबाइल कॉल डिटेल्स, बैंक ट्रांजेक्शन और डिजिटल सबूतों की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले के पीछे छिपे गुनहगारों का चेहरा बेनकाब होगा। गांव में इस घटना से मातम पसरा है। ग्रामीणों का कहना है कि साइबर ठगी और ब्लैकमेलिंग का यह जाल अब जिंदगियों को निगल रहा है। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि डिजिटल दुनिया के खतरों से सावधान रहना कितना जरूरी है। शबाना की मौत ने कई सवाल खड़े किए हैं। आखिर कौन थे वे लोग, जिन्होंने एक युवती को इस कदर डराया? क्या पुलिस इस जाल को तोड़ पाएगी? जांच के नतीजे ही इस दुखद कहानी की सच्चाई सामने लाएंगे।

