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Gorakhpur News: इकलौते बेटे ने लगाई फांसी, गांव में मातम का माहौल

यूपी में आत्महत्या की घटनाओं का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते महीनों में कई युवाओं ने मानसिक दबाव और अज्ञात कारणों से अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है। गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में भी एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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Gorakhpur News: इकलौते बेटे ने लगाई फांसी, गांव में मातम का माहौल

Gorakhpur: गोरखपुर जिले के गोला थाना क्षेत्र के ग्राम सभा अहिरौली प्रथम के टोला पांडेयपुर में सोमवार की सुबह उस समय हाहाकार मच गया, जब गांव के 20 वर्षीय युवक संदीप का शव कमरे में फंदे से लटकता मिला। संदीप परिवार का इकलौता बेटा था। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। मां-बाप की करुण पुकार से हर किसी की आंखें नम हो उठीं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पांडेयपुर निवासी चंद्रशेखर का बेटा संदीप रविवार की रात भोजन करने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। अगली सुबह जब परिजन उसे जगाने पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। खटखटाने पर कोई जवाब न मिलने पर किसी तरह दरवाजा खोला गया। अंदर का नजारा देखकर परिवारवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई।संदीप का शव रस्सी के फंदे से लटक रहा था। यह दृश्य देख घर में कोहराम मच गया। मां बेटे को देख बेसुध हो गईं, वहीं पिता का कलेजा चीर देने वाली चीखें पूरे गांव में गूंज उठीं।

सूचना मिलते पर पहुंची पुलिस

सूचना मिलते ही गोला पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि युवक ने यह कदम क्यों उठाया, इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

गांव में मातम का माहौल

बताया जा रहा है कि संदीप परिवार का इकलौता बेटा था। उसके अलावा घर में दो बहनें हैं। परिवार की आंखों का तारा अचानक यूं ही इस दुनिया को छोड़कर चला जाएगा, यह किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। संदीप की मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। हर कोई परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहा है, लेकिन मां-बाप की टूटी हुई ममता और आंसुओं की धारा किसी के शब्दों से थम नहीं रही।

गौरतलब है कि क्षेत्र में आत्महत्या की घटनाओं का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते महीनों में कई युवाओं ने मानसिक दबाव और अज्ञात कारणों से अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है। संदीप की आत्महत्या ने एक बार फिर समाज और प्रशासन के सामने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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