Gorakhpur: गोरखपुर में रविवार सुबह एक बड़ा अग्निकांड सामने आया, जब रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के तारामंडल रोड स्थित ‘वाटर वेज रेस्टोरेंट एंड बैंक्वेट’ में भीषण आग लग गई। सुबह करीब 5:16 बजे फायर स्टेशन गोलघर को सूचना मिली कि बौद्ध संग्रहालय के सामने स्थित बहुमंज़िला इमारत में आग भड़क उठी है। सूचना मिलते ही एफएसओ गोलघर तत्काल चार फायर टेंडरों के साथ मौके के लिए रवाना हुए। इसके साथ ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) संतोष कुमार राय भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे।
तीन मंज़िला इमारत को अपनी चपेट में ले गई आग
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जब दमकल टीम मौके पर पहुंची, तब तक आग जी प्लस 3 संरचना वाले पूरे भवन में फैल चुकी थी। भवन के भूतल पर दुकानें, प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, दूसरे तल पर कमरे और तीसरे तल पर बैंक्वेट हॉल बना हुआ था। आग की सबसे तीव्र लपटें रेस्टोरेंट वाले हिस्से से उठ रही थीं, जो जल्द ही पूरी इमारत में फैल गईं।
दमकल कर्मियों ने चार फायर टेंडरों की मदद से लगातार पंपिंग कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। करीब कुछ घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पूरी तरह बुझा दी गई, लेकिन तब तक इमारत को भारी नुकसान पहुंच चुका था।
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हाउसकीपिंग कर्मचारी की मौत
आग बुझाने के दौरान प्रथम तल के वॉशरूम में एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में पाया गया। उसकी पहचान रेस्टोरेंट में हाउसकीपिंग का काम करने वाले पुरुषोत्तम के रूप में हुई। उसे तुरंत बाहर निकालकर स्थानीय पुलिस ने उपचार के लिए अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना रेस्टोरेंट प्रबंधन और कर्मचारियों के लिए गहरा सदमा लेकर आई है।
शॉर्ट सर्किट की आशंका
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। रेस्टोरेंट के विद्युत कनेक्शन और वायरिंग के लैब टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी। दमकल अधिकारियों ने बताया कि आग रेस्टोरेंट के मुख्य किचन और इलेक्ट्रिक पैनल के आसपास से भड़की थी।
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तेजी से फैल गई लपटें
रेस्टोरेंट में मौजूद लकड़ी की सजावट, प्लाइवुड, सजावटी सामग्री और गैस सिलिंडर की संख्या अधिक होने के कारण आग तेजी से भड़क उठी। ऊपरी मंज़िलों तक धुआं पहुंचने से बैंक्वेट हॉल और कमरों में घुटन का माहौल पैदा हो गया था।
दमकल विभाग ने दिखाई तत्परता
CFO संतोष कुमार राय ने बताया कि समय पर सूचना मिलने से आग पर काबू पाने में मदद मिली, अन्यथा नुकसान और अधिक हो सकता था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आसपास के इलाकों में सुरक्षा घेरा बनाकर लोगों को दूर रखा गया।पुलिस और दमकल विभाग ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। रेस्टोरेंट मालिकों से भी पूछताछ की जा रही है कि भवन में सुरक्षा उपकरण जैसे फायर अलार्म, हाइड्रेंट सिस्टम और आपात निकास सही स्थिति में थे या नहीं।

